नई दिल्ली
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों की खिलाफत कर रहे किसान 15 अगस्त को ‘किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस’ मनाने की तैयारी में हैं। इस दिन किसानों की पूरे देश में तिरंगा मार्च निकालने की भी योजना है। संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को इस बात का ऐलान किया। 40 किसान संगठनों के इस मोर्चा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि 15 अगस्त को ब्लॉक, तहसील और जिला मुख्यालयों पर सभी किसान और मजदूर तिरंगा यात्रा निकालेंगे। इस दौरान राष्ट्रीय झंडा लेकर सभी साइकिल, बाइक, बैलगाड़ी और ट्रैक्टर पर सवार होकर सभी निकलेंगे। गौरतलब है कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान जंतर-मंतर पर अपनी संसद चला रहे हैं।
पेश किया गया बिल
गौरतलब है कि किसान संसद का बुधवार को 10वां दिन था। इस दिन किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संकल्प पारित किया। इसके अलावा वायु प्रदूषण और विद्युत सुधार बिल के खिलाफ भी संकल्प पारित किया गया। इसके अलावा किसानों की इस संसद में कृषि उत्पादों की एमएसपी की कानूनी गारंटी देने वाला एक बिल भी पेश किया गया। इस दौरान विभिन्न वक्ताओं ने किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य न मिलने के मौजूदा सिस्टम की विफलता को गिनाया।
200 किसान हैं शामिल
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर से तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान यह संसद चला रहे हैं। अलग-अलग धरनास्थलों से 200 किसान इस सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। सरकार ने दस दौर की बातचीत के बावजूद इस मुद्दे का कोई हल नहीं निकल सका है। जबकि सरकार इन कानूनों को व्यापक कृषि सुधार के संदर्भ में पेश कर रही है।