वाराणसी
यहां काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में दो मंजिला भवन मंगलवार की सुबह भरभराकर गिर गया। इस हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात मजदूर घायल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी मजदूरों को इलाज के लिए शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तो वहीं, दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। बताया जा रहा है कि यह सभी मजदूर पश्चिमी बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं।
विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले मजदूर दो मंजिला जर्जर मकान में अस्थायी तरीके से रहते थे। मंगलवार की सुबह वह अचानक से भरभरा कर गिर गया। मकान के मलबे में सभी मजदूर दब गए। हादसे के बाद चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला। इसके बाद उनको अस्पताल भिजवाया, जहां पर डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, हादसे की सूचना पाकर मौके पर वाराणसी जिला प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंच गए हैं। बता दें कि एनडीआरएफ के जवानों ने घटनास्थल से रेस्क्यू कर घायल मजदूरों को मलवे से बाहर निकाला और फिर एंबुलेंस की मदद से उन्हें शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय असप्ताल में भर्ती कराया गया। दशाश्वमेघ थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया की हादसे में अमीनुल मोमिन और एबाउल मोमिन नाम के 2 मजदूरों की मौत हो गई। ये दोनों मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं. पुलिस को बुलाओ बताया जा रहा है कि दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र में विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से मकान की नींव कमजोर हो गई थी, जिसके वजह से यह हादसा हुआ। फिलहाल जिला प्रशासन मामले की जांच की बात कह रहा है।