मुंबई/
पिछले 21 वर्षो से गजल गायक पंकज उधास ‘खजाना गजलों का फेस्टिवल’ के जरिये थैलेसीमिक बच्चों और कैंसर रोगियों के लिए धन जुटाने का सराहनीय कार्य करते आये हैं। पिछले दो सालों से कोविड की वजह से यह कार्यक्रम ऑनलाइन प्रस्तुत किया गया था। इस अब कोविड से प्रतिबंध हटने के बाद इस कार्यक्रम का आयोजन 29 जुलाई और 30 जुलाई को शाम सात बजे रीगल रूम, ट्राइडेंट होटल, मुंबई में आयोजित किया जाएगा। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम से जो भी पैसे इकठ्ठा होगा उसको कैंसर रोगियों के इलाज के लिए खर्च किया जाएगा।
पंकज उधास ने इस मौके पर भारत रत्न स्वर्गीय लता मंगेशकर को याद किया और कहा कि इस वर्ष 6 फरवरी को को परलोक सिधार गई। संगीत की दुनिया में उनके अमूल्य योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। आज भले ही वो हमारे बीच नहीं रही, लेकिन उनकी यादें हमारे बीच हमेशा रहेंगी। कलाकार तो चला जाता है,लेकिन उसके कार्यो को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। सिनेमा के माध्यम से गजलों को भी लोकप्रिय बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस वर्ष यह फेस्टिवल लता मंगेशकर को समर्पित है।
इस मौके पर गायक भूपिंदर सिंह को भी सबने याद किया। ‘मेरी आवाज ही मेरी पहचान है, गर याद रहे’ जैसे गीत गाने वाले देश के प्रसिद्ध गायक भूपिंदर सिंह के बारे में पंकज उधास कहते हैं, ‘ भूपिंदर सिंह इस कार्यक्रम से पहले साल से ही जुड़े रहे, उन्होंने एक बड़े भाई और गार्जियन के तौर पर हमेशा हमारा हौसला बढ़ाया है। इस वर्ष हम लता मंगेशकर और भूपिंदर सिंह को इस कार्यक्रम में काफी मिस करेंगे। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ जुड़ी रहेगी।’
फेस्टिवल के पहले दिन पंकज उधास के अलावा रेखा भारद्वाज, तलत अजीज , राहुल देशपांडे, प्रियंका बर्वे, पूजा गायतोंडे, खजाना आर अलाउड टैलेंट हंट विजेता सुरेंद्र कुमार रावल भाग लेंगे। स्नेहा अस्तुनकर और हिमांगी दो नए कलाकार हैं, जिन्हें पहले दिन खजाना में पेश किया जाएगा। दूसरे दिन 30 जुलाई को अनूप जलोटा, हरिहरन, विशाल भारद्वाज, सुदीप बनर्जी, प्रतिभा सिंह बघेल और खजाना आर्टिस्ट अलाउड टैलेंट हंट विजेताओं की पेशकश होगी।