मुख्यमंत्री ने जगदलपुर सर्किट हाउस में नेहरू जी की पुण्यतिथि पर तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की,जल संरक्षण जोर दिया

मुख्यमंत्री ने कहा की जल संरक्षण के कार्य करने हैं। नरवा के कामों की मॉनिटरिंग कलेक्टर करें, चाहे वे वन क्षेत्रों में भी हों। जमीन एवं वनों के वास्तविक स्वामी आदिवासी हैं,

जगदलपुर।

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक से पहले जगदलपुर सर्किट हाउस में नेहरू जी की पुण्यतिथि पर तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। 

अधिकारियों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा हमें मूलरूप से नाला पर काम करना जरूरी है, खेति का समय आ रहा है।पानी की आवश्यकता सभी को है, यदि पानी की कमी रही तो जानवर शहरों का रुख करते हैं, पक्षी पलायन करते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की आय में जबरदस्त वृद्धि दर्ज हुई है। हमारी नीतियों का लाभ मिल रहा है। खेती के प्रति आकर्षण बढ़ गया है तो पानी की जरूरत बढ़ी है।

पानी की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए पानी को सहेजने की आवश्यकता है। फ़ारेस्ट एरिया में नरवा नालों में स्टाप डेम का विकास ज़रूरी है। नदी नालों में जल का स्तर कम हो गया है इसलिए हमें प्राथमिकता के साथ जल संरक्षण के कार्य करने हैं। नरवा के कामों की मॉनिटरिंग कलेक्टर करें, चाहे वे वन क्षेत्रों में भी हों। जमीन एवं वनों के वास्तविक स्वामी आदिवासी हैं, वन विभाग की जिम्मेदारी प्रबंधक की है।

आय बढ़ी तो लोगों के जेब में पैसा आया है, यही कारण है कि साढ़े तीन साल में नक्सली कम हुए। अब भर्ती तक नही कर पा रहे हैं। सब ग्रामीणों को काम मिलेगा तो नक्सली भर्ती बन्द होगी, नक्सली अपने आप खत्म होंगे।

उपलब्ध चीज़ों का वैल्यू एडिशन करते जाएं, आय बढ़ेगी। सभी विभागों का उद्देश्य सभी को काम मिले, यह होना चाहिए। लोगों को रोजगार से जोड़े, कृषि कार्य में संलग्न करें, वनोपज संग्रहण, वनोपज का वैल्यू एडिशन करें, इससे लोग प्रोत्साहित होंगे।

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