भोपाल,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीकृष्ण सरल की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास के सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।
श्रीकृष्ण सरल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कवि एवं लेखक थे। भारतीय क्रांतिकारियों पर उन्होंने अनेक पुस्तकें लिखीं, जिनमें पन्द्रह महाकाव्य हैं। सरल जी का सम्पूर्ण लेखन भारतीय क्रांतिकारियों पर केन्दित है। मध्यप्रदेश की साहित्य अकादमी द्वारा प्रति वर्ष श्रीकृष्ण सरल के नाम पर कविता के लिए “श्रीकृष्ण सरल पुरस्कार” प्रदान किया जाता है।
श्रीकृष्ण सरल जी का जन्म एक जनवरी 1919 ई. को मध्यप्रदेश के अशोक नगर में हुआ। वे अध्यापक के पद से निवृत्त होकर आजीवन साहित्य-साधना में रत रहे। जीवन के उत्तरार्ध में सरल जी ने आध्यात्मिक चिन्तन से प्रभावित होकर तीन महाकाव्य-तुलसी मानस, सरल रामायण एवं सीतायन लिखे। सरल जी का निधन 2 सितम्बर 2000 ई. को हुआ।