WIMBLEDON : ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने साल के तीसरे टेनिस ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट विम्बलडन में महिला सिंगल्स का खिताब जीत लिया है। एश्ले बार्टी ने शनिवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में 8वीं सीड चेक रिपब्लिक की कैरोलिना प्लिसकोवा को 3 सेटों तक चले मुकाबले में 6-3, 7-6, 6-3 से हराया। यह मैच 1 घंटा, 56 मिनट तक चला। 25 साल की बार्टी पहले एक प्रोफेशनल क्रिकेटर भी रह चुकी हैं और महिला बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट और क्वींसलैंड फायर की ओर से खेल चुकी हैं।
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41 साल बाद पहली ऑस्ट्रेलियन महिला चैंपियन
41 साल बाद किसी ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी ने विम्बलडन में महिला सिंगल्स का खिताब जीता है। उनसे पहले 1980 में इवोनी गुलागोंग कावली ने यह खिताब जीता था। बार्टी ने दूसरी बार कोई ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। इससे पहले वे 2019 में फ्रेंच ओपन में महिला सिंगल्स का खिताब जीत चुकी हैं।
प्लिसकोवा ने दूसरा सेट जीतकर की थी वापसी
बार्टी ने पहला सेट आसानी से 6-3 से अपने नाम कर लिया। लेकिन, प्लिसकोवा ने दूसरे सेट में जोरदार वापसी की और इसे टाईब्रेकर में पहंचा दिया। चेक खिलाड़ी ने यह टाईब्रेकर 7-4 से जीत कर मैच को 1-1 सेट की बराबरी पर ला दिया। हालांकि, तीसरे सेट में बार्टी ने अपनी लय फिर हासिल कर ली और इसे पहले सेट की तरह 6-3 से जीतकर मैच और खिताब अपने नाम कर लिया।
“To know how to win and to know how to lose, you need to learn that."
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दो साल खेलीं थी क्रिकेट
2014 में यूएस ओपन के बाद बार्टी ने टेनिस से ब्रेक लिया और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों से मिलने के बाद उन्होंने टीम स्पोर्ट में हाथ आजमाने का फैसला किया। उससे पहले उनके पास बड़े स्तर पर क्रिकेट खेलने का कोई अनुभव नहीं था। उन्होंने अपनी क्रिकेटिंग से सबको प्रभावित किया और उनका सिलेक्शन महिला बिग बैश लीग के लिए ब्रिस्बेन हीट की टीम में हो गया। 2015-16 का सीजन में उन्होंने ब्रिस्बेन हीट के लिए खेला। बाद में वे क्वींसलैंड फायर टीम का हिस्सा भी बनीं। 2016 में बिग बैश लीग के बाद दोबारा टेनिस में लौटने का फैसला किया।