नई दिल्ली,
यूक्रेन के ताजा हालात पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई है। संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किसलित्सा ने यूएनएससी की बैठक में कहा कि उनका देश शांति चाहता है। हम समस्या के कूटनीतिक एवं राजनीतिक सुलह के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम किसी उकसावे के झांसे में नहीं आएंगे। राजदूत ने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश रूसी आक्रमण का सामना कर रहे हैं। इसने यूएन के चार्टर को नजरंदाज किया है और साल 2014 से यूक्रेन के एक हिस्से पर कब्जा जमाया है।’ यूक्रेन पर गहराते संकट के बीच भारत ने अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए अपने ड्रीमलाइनर B-787 विमान को रवाना किया है। यह विमान भारतीय नागरिकों को लेकर आज रात वापस आएगा।
रूस यूक्रेन तनाव के बीच बड़ी खबर सामने आई है बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने सांसदों से रूस के बाहर बल प्रयोग की अनुमति देने का आग्रह किया है, सांसदों की मंजूरी यूक्रेन पर व्यापक हमले का रास्ता साफ कर सकती है।
रूस ने कहा है कि पूर्वी यूक्रेन स्थित क्षेत्रों की स्वतंत्रता को उसकी मान्यता वर्तमान में यूक्रेन की सेना के नियंत्रण वाले क्षेत्र तक फैली हुई है। मंगलवार को सामने आए इस बयान ने पश्चिमी देशों की चिंता को बढ़ा दिया है, जिन्हें आशंका है कि सोमवार को रूस द्वारा विद्रोहियों के नियंत्रण वाले क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद वह यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस ने विद्रोहियों के नियंत्रण वाले उस क्षेत्र तक मान्यता दी है, जहां तक 2014 में उन्होंने अपनी स्वतंत्रता का ऐलान करते हुए अपना क्षेत्र करार दिया था। बाद में यूक्रेन के बलों ने करीब आठ साल लंबे चले संघर्ष में विद्रोहियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र के एक बड़े हिस्से पर दोबारा अपना नियंत्रण हासिल कर लिया था। इस संघर्ष में 14,000 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी।
यूक्रेन मामले को लेकर जर्मनी ने रूस से गैस पाइपलाइन नॉर्ड स्ट्रीम-2 के प्रमाणिकरण के लिए आवश्यक प्रमुख दस्तावेज को वापस लेने का आदेश दिया।
Air India's special flight left from Ukraine to Delhi with a total of 241 passengers on-board is delayed and will arrive at 11.30 pm (tonight) at IGI airport. It was scheduled to land at 10.15 pm. pic.twitter.com/p0EDiApuWB
— ANI (@ANI) February 22, 2022
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन ने मंगलवार को 5 रूसी बैंकों और इस देश के 3 बेहद अमीर लोगों पर सख्त प्रतिबंध लगाए। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद को बताया कि यह यूक्रेन के 2 अलगाववादी क्षेत्रों में रूसी सैनिकों के प्रवेश के खिलाफ जवाबी उपायों की ‘पहली कड़ी’ है। ब्रिटेन ने रोसिया, आईएस बैंक, जनरल बैंक, प्रोम्सव्याज बैंक और ब्लैक सी बैंक के अलावा रूस से ताल्लुक रखने वाले 3 अरबपतियों, गेनेडी टिमचेंको, बोरिस रोटेनबर्ग और इगोर रोटेनबर्ग, पर प्रतिबंध लगाए हैं।
ये तीनों अरबपति पुतिन के करीबी होने के चलते पिछले कई वर्षों से अमेरिकी प्रतिबंध सूची में शामिल रहे हैं। जॉनसन ने संसद से कहा, ‘यह उन जवाबी उपायों की पहली कड़ी, पहली बाधा है, जिसे हम लागू करने के लिए तैयार हैं। अगर हालात और ज्यादा बिगड़ते हैं तो हम तेजी के साथ प्रतिबंधों में इजाफा करेंगे। हमें लंबे संकट के लिए खुद को मजबूत करना चाहिए। ब्रिटेन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस चुनौती से निपटेगा। इस मजबूत इरादे के साथ कि हम पुतिन को हमारे महाद्वीप की प्रकृति का स्वरूप बिगाड़ने की अनुमति नहीं देंगे।’