RBI : उपभोक्ता मूल्य सूचकांक(CPI) मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है

नई दिल्ली

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया है कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी करते हुए दास ने कहा है कि नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रहेगा। आपको बता दें कि पिछले साल (साल 2020),  के मार्च में RBI ने रेपो रेट में 0.75 फीसदी और मई में 0.40 फीसदी की कटौती की थी। इन कटौतियों के बाद रेपो रेट 4 फीसदी के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था। लेकिन इसके बाद से 9 बार की बैठकों में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

दास ने कहा कि एमपीसी के 6 सदस्यों में से 5 ने accomodative रुख बनाए रखने के पक्ष में वोट दिया। साथ ही मार्जिनल स्टेंडिंग फैसिलिटी को भी 4.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.5 फीसदी बनाए रखा गया है। लेकिन वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही के लिए इसे घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया गया है। पहले यह 6.8 फीसदी थी। साथ हि चौथी तिमाही के लिए इसे 6.1 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया है।

ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने से आपकी जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर रिजर्व बैंक ब्याज दर बढ़ाता तो लोन महंगे हो जाते। इसके उलट अगर रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की होती तो इससे लोन सस्ता हो जाता और ईएमआई में गिरावट देखने को मिलती।

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