नई दिल्ली: PM Modi AP & Odisha visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जनवरी को आंध्र प्रदेश और ओडिशा की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे इन दोनों राज्यों को ₹2 लाख करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। प्रधानमंत्री 8 जनवरी को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वहीं, 9 जनवरी को वे ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
PM Modi AP & Odisha visit: आंध्र प्रदेश में विकास कार्यों का शुभारंभ
प्रधानमंत्री 8 जनवरी को शाम 5:30 बजे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा लगभग ₹1,85,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब बनेगा।
PM Modi AP & Odisha visit: इसके अलावा, प्रधानमंत्री ₹19,500 करोड़ से अधिक की लागत वाली विभिन्न रेलवे और सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, जिसमें विशाखापत्तनम में दक्षिण तट रेलवे मुख्यालय की आधारशिला भी शामिल है।
PM Modi AP & Odisha visit: प्रधानमंत्री अनकापल्ली जिले के नक्कापल्ली में बल्क ड्रग पार्क और तिरुपति जिले में चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के तहत कृष्णापटनम औद्योगिक क्षेत्र (KRIS City) की आधारशिला भी रखेंगे। इस परियोजना से लगभग ₹10,500 करोड़ का निवेश आकर्षित होगा और 1 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है।
PM Modi AP & Odisha visit: ओडिशा में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन
प्रधानमंत्री 9 जनवरी को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह सम्मेलन भारत सरकार और ओडिशा राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से 8 से 10 जनवरी तक आयोजित होगा। इस सम्मेलन में 50 से अधिक देशों से प्रवासी भारतीय भाग लेंगे।
PM Modi AP & Odisha visit: प्रधानमंत्री सम्मेलन के दौरान प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह विशेष पर्यटक ट्रेन प्रवासी भारतीयों के लिए भारत के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी। यह ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन से शुरू होकर तीन सप्ताह तक विभिन्न स्थलों की यात्रा करेगी।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल आंध्र प्रदेश और ओडिशा के विकास के लिए नए आयाम स्थापित करेगी, बल्कि प्रवासी भारतीय समुदाय को भारत से जोड़ने का महत्वपूर्ण मंच भी प्रदान करेगी।