हैदराबाद,
भारत की प्रमुख खनन कंपनी एनएमडीसी ने 27 और 28 अगस्त, 2022 को हैदराबाद मैराथन के लिए हैदराबाद रनर्स सोसाइटी के साथ भागीदारी की है। एनएमडीसी इस वर्ष से हैदराबाद मैराथन का टाइटल प्रायोजक बन गया है।
इस अवसर पर सीएमडी, एनएमडीसी, सुमित देब ने कहा कि “एनएमडीसी इस विचार का संरक्षक है कि स्वस्थ जीवन शैली विकास की नींव है और हम दशकों से फिटनेस को बढ़ावा देने का कार्य कर रहे हैं। हमारे प्रधान मंत्री के फीट इंडिया दृष्टिकोण के अनुरूप, एनएमडीसी शारीरिक और मानसिक शक्ति के निर्माण के लिए मैराथन, गेमीफाइड वॉकथॉन, खेल टूर्नामेंट और योग कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है। अब हम फिट इंडिया मूवमेंट का एंबेसडर बनने के लिए तैयार हो रहे हैं और हमें हैदराबाद मैराथन का सहयोग करने और अपने शहर की स्वस्थ जीवनशैली के लिए सहयोग करने पर गर्व है।
सहयोग की भावना को साझा करते हुए प्रशांत मोरपारिया, रेस डायरेक्टर – हैदराबाद मैराथन ने कहा कि हमें अपने सिग्नेचर इवेंट – हैदराबाद मैराथन को प्रायोजित करने के लिए हमारे अपने शहर हैदराबाद में स्थित पीएसयू एनएमडीसी के साथ भागीदारी करने पर गर्व हो रहा है। एनएमडीसी विभिन्न सामाजिक पहलें करता है और खेलों तथा फिटनेस को सहयोग प्रदान करता है। हमारी दृढ़ विश्वास है कि दौड़ना एक सामुदायिक निर्माण कार्यक्रम है जो सामाजिक बाधाओं को दूर करता है और प्रत्येक व्यक्ति का आजीवन कौशल विकास करता है। इस वर्ष हैदराबाद रनर्स अपना 16वां वर्ष पूर्ण कर रहा है, हमारे हजारों स्वयंसेवक इस प्रयास के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं और स्वयं को समर्पित करते हैं।
इस दृढ़ निश्चय और एनएमडीसी के मजबूत इरादों वाले सहयोग के साथ हम हैदराबाद मैराथन को अगले स्तर पर ले जाने और हैदराबाद में एक मजबूत और बेहतर स्वस्थ्य समुदाय बनाने के लिए एक साथ मिलकर
काम करने के लिए तैयार हैं।”
एनएमडीसी की बारे में:
भारत सरकार के सार्वजनिक उद्यम के रूप में निगमित एनएमडीसी की स्थापना 1958 में हुई थी जो भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। स्थापना के बाद से ही एनएमडीसी अन्य खनिजों- कॉपर, रॉक, फॉस्फेट, चूना पत्थर, मैगनेसाइट, हीरे, टंगस्टन तथा बीच सैंड का भी गवेषण कर रहा है। छह दशकों की सेवा में, एनएमडीसी ने भारत के दूरस्थ क्षेत्रों में अपने कर्मचारियों और स्थानीय लोगों के लिए एक सुव्यवस्थित समुदाय का निमार्ण किया है तथा अपनी खनन परियोजनाओं के आसपास के लोगों की जीवनशैली की गुणवत्ता में सुधार करना इसका सामाजिक उद्देश्य है। महिलाओं के सशक्तिकरण से लेकर