निखत, नीतू, स्वीटी ने पदक किये पक्के

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Nikhat, Neetu, Sweety assured of medals

नयी दिल्ली,  (वार्ता) निखत ज़रीन, नीतू घंघास और स्वीटी बूरा की दमदार तिकड़ी ने बुधवार को महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले जीतकर भारत के लिये पदक सुनिश्चित कर लिये।
इंदिरा गांधी स्टेडियम पर जारी प्रतियोगिता में निखत ने 50 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में थाईलैंड की छूतामत रक्षत को 5-2 से मात दी। नीतू ने 48 किग्रा वर्ग में जापान की मदोका वाडा को आरएससी (रेफरी द्वारा मैच को रोका जाना) पद्धति से हराया, जबकि स्वीटी (81+ किग्रा) ने बेलारूस की विक्टोरिया केबिकावा को 5-0 की करारी शिकस्त दी।
दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता रक्षत ने उत्तम दर्जे का खेल दिखाते हुए निखत को कड़ी टक्कर दी। गत विश्व चैंपियन निखत इस गलाकाट प्रतियोगिता में अपनी बेहतर तकनीकी क्षमता से जीत हासिल करने में कामयाब रहीं।
निखत ने जीत के बाद कहा, “हां, आज का मुकाबला तनावपूर्ण था लेकिन मैं विभाजित निर्णय से जीती इसलिए मैं खुश हूं कि मैंने अपने देश के लिए पदक हासिल किया। आगे चलकर मैं स्वर्ण पदक भी जीतूंगा।”

उन्होंने कहा, “मेरी रणनीति आज पहले दो राउंड में जीतने की थी। मैंने दो राउंड 3:2 से जीते इसलिए अंतिम राउंड में मैंने दूर से खेलने का लक्ष्य रखा। अब तक मैंने जितनी भी बाउट खेली हैं, उनमें मुझे मुश्किल प्रतिद्वंदी मिले लेकिन मेरे लिये आगे बढ़ते रहना और उन्हें हराना एक अच्छा अनुभव रहा है। उम्मीद है कि मैं इसी तरह आगे बढ़ती रहूंगी और अपने देश के लिये लड़ूंगी।”

निखत को जहां जीत हासिल करने के लिये कड़ा संघर्ष करना पड़ा, वहीं नीतू और स्वीटी ने एकतरफा मुकाबले जीतकर कांस्य पदक पक्का कर लिया।

नीतू ने मदोका को हराने के बाद कहा, “अभी तक जो भी मुकाबले हुए हैं उनमें मैं अच्छी तरह तकनीक का इस्तेमाल कर सकी हूं। मैंने तीनों मैच आरएससी से जीते हैं। अगले मुक्केबाज पर इससे दबाव बनेगा और मुझे फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, “हमारी पूरी टीम स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर आयी है। हम अपना 100 प्रतिशत देकर स्वर्ण लेकर जायेंगे। पिछली बार मैं स्वर्ण से चूक गयी थी लेकिन इस बार मैं बेहतर तैयारी करके आयी हूं। भारत में घरेलू दर्शक होने से भी फायदा है इसलिये मैं स्वर्ण को हाथ से नहीं जाने दूंगी।”

स्वीटी ने कहा, “बेलारूस की मुक्केबाज़ (विक्टोरिया) एक विश्व पदक के साथ एक बहुत अच्छी मुक्केबाज़ है और अपरकट सहित हमारी दोनों ताकतें समान हैं। मुझे पता था कि मुझे अंत तक लड़ना होगा। मैं आखिरी राउंड तक थोड़ा थक गयी थी लेकिन मेरे कोच रिंगसाइड से लगातार प्रेरित कर रहे थे। दर्शकों में मेरा परिवार भी था जिनमें से सभी को मुझसे बहुत उम्मीदें थीं। मेरी अगली बाउट निश्चित रूप से इससे बेहतर होगी क्योंकि मैं जितने मैच खेलती हूं उससे हमेशा बेहतर होती जाती हूं।”

इस बीच, दो बार की विश्व चैंपियन साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और 2022 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा) अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद क्वार्टर फाइनल में हार गयीं। साक्षी को चीन की वु लू से 0-5 से जबकि मनीषा को फ्रांस की अमीना जिदानी से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।

शादाब
वार्ता

 

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