नयी दिल्ली, (भाषा) रियो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता फ्रांसीसी मुक्केबाज एस्टेले मोस्ली ने 15 साल पहले जब अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया तो वह रिंग के अंदर एमसी मैरीकॉम को देखकर मंत्रमुग्ध हो गई थी।.
यह दिग्गज भारतीय मुक्केबाज उस समय तक छह बार की विश्व चैंपियन नहीं बनी थीं, लेकिन उनके नाम पर विश्व चैंपियनशिप के दो स्वर्ण पदक दर्ज थे और वह तीसरा पदक हासिल करने की तरफ बढ़ रही थीं। इसके बाद तो वह किवदंती बन गई तथा उन्होंने ओलंपिक में कांस्य सहित सभी बड़ी प्रतियोगिताओं में पदक जीते।
विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सिलसिले में यहां आ रखी मोस्ली ने पीटीआई से कहा, ‘‘वह 2008 में मेरी पहली विश्व चैंपियनशिप थी। मैंने इस दिग्गज चैंपियन को पहली बार देखा। मैंने उनके मुकाबले देखे और मैं वास्तव में एक महिला को इस तरह से मुक्केबाजी करते हुए देखने के लिए उत्साहित थी।’’
उन्होंने कहा,‘‘मेरे लिए वह महिला मुक्केबाजी की शुरुआत के बाद से लेकर अब तक दुनिया की सबसे बड़ी चैंपियन है।’’
भाषा पंत सुधीर
सुधीर
(यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए हिन्द मित्र जिम्मेदार नहीं है. )















