रिफाइंड शुगर और उससे तैयार किए गए उत्पाद हमारी सेहत के लिए खतरनाक हैं यह तो शायद आप भी जानते ही होंगे। विशेषज्ञ कहते हैं कि शुगर का सेवन ना केवल टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा हुआ है। बल्कि यह आपके हृदय के लिए भी बहुत खतरनाक हो सकती है। इसके मीठे के सेवन से लोग मोटापे का शिकार भी हो जाते हैं। वहीं हाल ही में हुई एक रिसर्च बताती है कि औसतन एक अमेरिकी नागरिक रोजाना 60 ग्राम तक चीनी का सेवन कर लेता है।
जबकि यह लोग अपनी खाद्य सामग्री में चीनी का उपयोग नहीं करते। लेकिन फिर भी वह इतना अधिक मीठे का सेवन कर लेते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जो पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड इन्हें हेल्दी फूड के नाम से बेचा जाता है। इनमें अधिक मात्रा में शुगर होती है। जिसकी वजह से आप मीठे का सेवन कर भी लेते हैं और आपको पता भी नहीं चलता। आइए जानते हैं किन तरीकों से यह कंपनियां आपको मीठे का सेवन करा रही हैं और आपको पता भी नहीं चल पा रहा।
शुगर के अलग नाम
शुगर, शॉर्ट-चेन कार्ब्स को दिया जाने वाला एक नाम है जिसके जरिए खाने की चीजों को मीठा और स्वादिष्ट किया जाता है। चीनी को पैकेज्ड फूड आइटम्स में मिलाने के कई तरीके हो सकते हैं। यह अलग रूप और नाम से उत्पाद में शामिल किए जाते हैं। इनमें से कुछ नामों को आप आसानी से पहचान सकते हैं जैसे ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज आदि। लेकिन चीनी का उपयोग अन्य कई नामों से किया जा सकता है जिसे पहचानना थोड़ा मुश्किल है।
लेबल्स पर दिखाई दे सकते हैं ड्राई शुगर के कुछ ऐसे नाम
बार्ले माल्ट
बीट शुगर
ब्राउन शुगर
बटर्ड शुगर
केन जूस क्रिस्टल
कैस्टर शुगर
कोकोनट शुगर
कॉर्न स्वीटनर
क्रिस्टलाइन
फ्रुक्टोज
डेट शुगर
डेक्सटर्न
माल्ट पाउडर
इथाइल माल्टोल
फ्रूट जूस कंसन्ट्रेट
गोल्डन शुगर
इन्वर्ट शुगर
माल्टोडेक्सट्रिन
माल्टोज
मस्कावेडो शुगर
पेनेला
पाल्म शुगर
ऑर्गेनिक रॉ शुगर
पाउडर शुगर
सॉफ्ट ड्रिंक के अंदर होता है लिक्विड सिरप
इसके अलावा शुगर को खाद्य सामग्री में सिरप के नाम से भी डाला जा सकता है। यह लिक्विड सिरप बहुत ज्यादा शुगर के जरिए ही बनाया जाता है। इस तरह की शुगर सिरप के नाम से मुख्य रूप से कोल्ड ड्रिंक्स या सॉफ्ट ड्रिंक के अंदर ही मिलाई जाती है।
इन्हें भी आप पेय पदार्थो और खाद्य सामग्रियों में अलग – अलग नाम से देखी जा सकती हैं। इसके नाम कुछ इस प्रकार हैं, अगेव नेक्टर, कार्बो सिरप, गोल्डन सिरप, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, हनी, माल्ट सिरप, मेपल सिरप, ओट सिरप, राइस ब्रैन सिरप और राइस सिरप आदि।
चीनी के अलग-अलग प्रकार
आप जब भी पैकेज्ड खाद्य सामग्री या पेय पदार्थ खरीदते हैं, तो आपने अक्सर देखा होगा कि इन पर जो चीज अधिक होती है, उसे लेबल पर सबसे ऊपर दिया जाता है। इसी चीज का कंपनियां फायदा उठाती हैं, और पैकेज्ड फूड में 4 या 5 तरीके से चीनी को अलग अलग नाम और रूप से विभाजित कर देती हैं।
इससे आपको लगता है कि इसमें शुगर की मात्रा बेहद कम है, जो कि सच नहीं है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक जिस प्रोटीन बार को लोग हेल्दी समझ कर खाते हैं उसमें 30 ग्राम तक चीनी हो सकती है। इसलिए जब भी कुछ खरीदें उस पर चीनी के नामों और रूपों को ध्यान में रखें।
इन चीजों में चीनी की मात्रा सबसे ज्यादा
आमतौर पर आप अक्सर केक, कैंडी को ही अधिक मीठा उत्पाद मानते होंगे। लेकिन आपको बता दें कि जिन्हें आप एक स्वस्थ आहार मान रहे हैं, उनमें भी चीनी की मात्रा बेहद अधिक होती है। उदाहरण के तौर पर योगर्ट और Breakfast Cereals सॉस आदि। आपको जानकर हैरानी होगी की कुछ योगर्ट के महज एक कप में 29 ग्राम तक चीनी होती है। यही नहीं होल ग्रेन ब्रेकफास्ट बार में 4 चम्मच या 16 ग्राम तक चीनी मिश्रित हो सकती है। ऐसे में आप जब भी कुछ पैकेज्ड खरीदें। उसके ऊपर लगे लेबल में मिश्रित सामग्री को देख लें।
हेल्दी शुगर भी हेल्दी नहीं
ऐसी बहुत सी कंपनियां हैं जो खाद्य सामग्रियों में रिफाइंड शुगर के बजाय फलों, फूलों और सीड्स या प्लांट की शुगर का इस्तेमाल करते हैं। इसी का एक उदाहरण है अगेव नेक्टर। आपको बता दें कि यह उत्पाद केवल हेल्दी दिखाई देते हैं क्योंकि इनमें रिफाइंड शुगर का उपयोग नहीं किया गया। लेकिन यह भी उतनी है कैलोरीज और समस्याओं से भरे हो सकते हैं।
लेबल पर न समझ आने वाली छेड़छाड़
ऐसी बहुत सी सब्जियां और फल हैं, जिनके अंदर नेचुरल शुगर होता है। लेकिन इनका कम मात्रा में सेवन करने से इन्हें पचाया जा सकता है। वहीं प्रोसेस्ड फूड में लेबल पर नेचुरल शुगर और अतिरिक्त शुगर को एक ही जगह दिया जाता है। जिससे समझ पाना मुश्किल हो जाता है कि आपको नेचुरल शुगर कितना मिल रहा है और अतिरिक्त कितना। इसके अलावा अगर आप प्रोसेस्ड फूड की जगह नॉन प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं तो इनमें नेचुरल शुगर ही होगी जो आपके लिए फायदेमंद होगी।
पैकेजिंग नहीं लेबल पर बनाएं नजर
आज के समय में आपको बाजार में ऐसे ढेरों उत्पाद दिख जाएंगे। जिन पर मोटे अक्षरों में लिखा होगा, लो फैट, डाइट, नेचुरल आदि। अगर आप भी ऐसे ही पैकेज्ड उत्पादों को देखकर इन्हें हेल्दी मान लेते हैं तो यह आपकी भूल होगी। इसलिए अगर आप कोई भी चीज खरीदें तो लेबल को जरूर ध्यान से पढ़ें।
लेबल्स में हो रही ये गड़बड़
आमतौर पर कंपनियां अपने उत्पाद को हेल्दी दिखाने के लिए लेबल्स के आकार पर सर्विंग के साइज को छोटा दिखाता है। इससे आपको लगता है कि इसमें 'पर सर्विंग शुगर' की मात्रा बेहद कम है। ऐसे में कंपनियों की इस तरह की चाल साजी से बचने के लिए डिब्बे पर दिए गए पर सर्विंग को ध्यान से देखें। इसके बाद तय करें कि आपको इनका सेवन करना है या नहीं।















