कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जय राम रमेश ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि सरकार एक उद्योगपति को पूरी पूंजी सौंपने के लिए अधिग्रहण के हर मामले में हर बार अधिग्रहण करने वाले दूसरी कारोबारियों पर दूर रहने का दबाव डालती है डरा धमका कर उनको बोली से हटने के मज़बूर करती है और अपने क़रीबी मित्रों के हाथों में धन को एकत्रित करने के लिए तमाम तरह के प्रबंध करती है। दूसरी ओर देश में असमानता लगातार बढ़ रही है और लोग रिकॉर्ड महंगाई तथा बेरोज़गारी के बोझ तले दबे जा रहे हैं।
रमेश ने कहा कि अडानी ग्रुप बार-बार जांच एजेंसियों द्वारा अपने प्रतिद्वंद्वी कम्पनियों पर पड़ने वाली छापेमारी का लाभ उठा रहे हैं। एयरपोर्ट्स, पोर्ट्स और हाल ही में सीमेंट जैसे क्षेत्रों में बहुमूल्य संपत्तियों को हासिल करने के लिए अडानी के साथ कंपटीशन करने वाली कंपनियों पर सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स के छापे पड़े हैं।
वार्ता