नई दिल्ली
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) की डोज लगवा चुके भारतीयों के लिए एक अच्छी खबर आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तकनीकी सलाहकार समूह ने भारत की स्वदेसी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को इमर्जेंसी यूज लिस्टिंग (Emergency Use Listing, EUL) के लिए मंजूरी दे दी है।
Covaxin की दोनों डोज ले चुके भारतीय अब अमेरिका (America) की यात्रा कर सकेंगे। अमेरिकी प्रशासन की तरफ से इसके लिए ग्रीन सिग्नल मिल गई है। कोवैक्सीन को यात्रा सूची में शामिल करने पर सीडीसी के प्रेस अधिकारी स्कॉट पॉली ने कहा कि सीडीसी का ट्रैवेल गाइडेंस एफडीए द्वारा स्वीकृत या अधिकृत और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इमरजेंसी यूज की लिस्ट में शामिल वैक्सीन पर लागू होता है।
उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई भी नया वैक्सीन शामिल होता है, जिसे एक समय के भीतर गाइडेंस में जोड़ दिया जाता है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, कोवैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले लोग 8 नवंबर से अमेरिका जा सकते हैं। भारत बायोटेक ने वैक्सीन की इमर्जेंसी यूज लिस्टिंग के लिए 19 अप्रैल को WHO के समक्ष आवेदन दिया था।
इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी परामर्शदाता समूह ने भारत बायोटेक के कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए इमर्जेंसी यूज लिस्टिंग (ईयूएल) के दर्जे की सिफारिश कर दी है। डब्ल्यूएचओ ईयूएल के उपयोग के लिए कोवैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के आंकड़ों का मूल्यांकन कर रहा है। WHO का तकनीकी परामर्शदाता समूह एक स्वतंत्र सलाहकार समूह है जो डब्ल्यूएचओ को यह सिफारिश करता है कि क्या किसी कोविड-19 वैक्सीन को ईयूएल प्रक्रिया के तहत आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं। कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोविड-19 रोग के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है और वायरस के नए डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 % सुरक्षा दर्शाई है।