
रायपुर | निगम,मंडल,प्राधिकरण और आयोग के अध्यक्षों की नई नियुक्तियों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा की माैजूदगी में मंगलवार को सीएम हाउस में कई घंटे तक बैठक चली। बताया गया है कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि हाईकमान ही फैसला करेंगें इन पदों पर किनकी नियुक्तिया होंगी । 2020 में छत्तीसगढ़ में सरकार के अधीन बनाए गए निगम मंडल की पहली नियुक्ति के दौरान लगभग 35 निगम,मंडल,प्राधिकरण और आयोग के अध्यक्षों व कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो गया है, नए चेहरे को मिल सकता है मौका ।
बता दें कि मुख्यमंत्री निवास में हाई लेवल मीटिंग करीब 7 घंटे चली. इसमें विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन हुई. निगम-मंडल-आयोग के पदाधिकारियों के कार्यकाल पर भी चर्चा हुई. मुख्यमंत्री निवास में कई निगम मंडल आयोग के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और सदस्य पहुंचे थे.
पदाधिकारियों ने कार्यकाल बढ़ाने को लेकर होगा फैसला
मुख्यमंत्री निवास में इस बैठक के दाैरान कई निगम मंडलों के पदाधिकारियों की भीड़ लगी रही। इनमें से कई निगम मंडलों के अध्यक्षों ने सोमवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैजला से मिलकर अपना कार्यकाल बढ़ाने को लेकर अनुरोध किया । प्रदेश प्रभारी ने उनसे साफ कह दिया कि अब किसी को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा । इन पदों पर नए लोगों की नियुक्ति की जाएगी । बताया जाता है कि इनमें हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा और श्रम सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल भी यहां पहुंचे थे ।
नए चेहरे को मिलेगा मौका
चुनाव से पहले अगर नई नियुक्ति की जाती है, तो चार महीने नए चेहरे को मिल सकता है मौका । कई असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास होगा। अगर सरकार दोबारा बनती है, तो उनका कार्यकाल आगे चलता रहेगा। चुकि की कई निगम मंडल के अध्यक्षों द्वारा आगामी चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहें लोगों पर भी विचार कर हाईकमान नई नियुक्तियों पर फैसला करेंगी |
बैठक में ये मौजूद थे
इस बैठक में प्रदेश प्रभारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ,उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव,विधानसभाध्यक्ष डा चरण दास महंत, मंत्री रविंद्र चाैबे, ताम्रध्वज साहू और मोहम्मद अकबर माैजूद थे।