गरियाबंद,
छत्तीसगढ़ में एकमात्र व विश्व के 13वें ज्योर्तिलिंग “महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग” अघोर मठ जिला गरियाबंद के ग्राम मड़ेली में स्थापित किया गया है। इसमें बारह साल बाद महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई है। “महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग” की द्वितीय स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। उत्सव की शुरुआत अधौड़ मठ के संस्था प्रमुख रुद्र प्रचंड वेग नाथ बाबा जी के द्वारा अघोड़ में विराजमान मठ ज्योतिलिंग को पूजा से हुई। साथ ही पाठ और महामृत्युंजय जाप किया गया। महोत्सव में सावन को समर्पित भजन, गीत और नृत्य की प्रस्तुति दी गई। संस्था प्रमुख ने इस मौके पर सभी सम्माननीय बड़े बुजुर्ग, महिलाएं, युवा साथियों व बच्चों का स्वागत किया।
महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना के बाद सावन में लगातार पद यात्रा कर आस-पास और सुदूर क्षेत्रों से भक्तगण यहाँ प्रतिदिन कावड़ यात्रा कर बाबा श्री औघड़ नाथ जी का जल अभिषेक कर रहें हैं। कावडिय़ों ने जल कलश में भरकर कंधे पर कावड़ रखकर पदयात्रा की कर बाबा श्री औघड़ नाथ जी का जल अभिषेक किया।
भोले औघड़ दानी की कृपा से उनके भक्तों द्वारा बहुत ही आनंद व हर्षोल्लास के साथ रायपुर व अन्य स्थानों से ज्योर्तिलिंग धाम तक कावड़ यात्रा कर बाबा श्री औघड़ नाथ जी का जल अभिषेक किया जा रहा हैं ।
नाथों के नाथ भोले औघड़ दानी आप सभी की मनोकामना पूर्ण….
कुलदीप शुक्ला