नई दिल्ली,
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में शनिवार एक फैक्ट्री में हुआ एक धमाका मजदूरों की जिंदगी का काल बनकर आया। धमाका इतना जोरदार था कि एक झटके में 13 मजदूरों की मौत हो गईं और कम से कम 13 लोग घायल हो गए। पीएम मोदी ने इस हादसे पर शोक जताया है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने घायलों के इलाज की बेहतर सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए।
सवाल यह उठाए जा रहे हैं कि इन लोगों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है। क्या फैक्टरी पूरे नियमों के साथ चल रही थी? दरअसल रूही इंडस्ट्री नाम की ये फैक्ट्री हापुड़ के धौलाना इलाके में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (UPSIDC) साइट पर स्थित है। धमाके के वक्त फैक्टरी में करीब 27 मजदूर काम कर रहे थे, इसीलिए हादसे में जान गंवाने वाले ज्यादातर मजदूर ही हैं l
#UPDATE| At least 9 workers died while 19 were seriously injured in a blast at a boiler unit of an electronics manufacturing factory in UP's Hapur y'day
"A collection has been done (from site to find out what chemical has been retrieved in explosion)," FSL official said (04.06) pic.twitter.com/LIW8NPyV3X
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 4, 2022
अवैध रूप से बनाए जाते थे पटाखे
हापुड़ पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फैक्टरी कथित तौर पर अवैध रूप से पटाखों का निर्माण कर रही थी, दरअसल लाइसेंस इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्माण का लिया गया था। लेकिन बन पटाखे रहे थे।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ की केमिकल फैक्ट्री में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के इलाज और दूसरी हर संभव सहायता में राज्य सरकार तत्परता से जुटी है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 4, 2022
फैक्टरी में हुई घटना हृदय विदारक: पीएम मोदी ने जताई शोक संवेदना
हापुड़ में हुए हादसे पर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि हापुड़ की फैक्ट्री में हुआ हादसा हृदय विदारक है। इसमें जिन लोगों को जान गंवानी पड़ी है। उनके परिजनों के प्रति वह अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। घायलों के इलाज और दूसरी हर संभव सहायता में राज्य सरकार तत्परता से जुटी हुई है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक जताते हुए आईजी और कमिश्नर समेत आलाधिकारियों को तत्काल की जांच के साथ घायल मजदूराें को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए।