शहीद पूर्णानंद साहू को मरणोपरांत अदम्य साहस एवं वीरता के लिए राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से किया सम्मानित

शौर्य चक्र लेकर गांव जंगलपुर वापस आने पर शहीद के पिता श्री लक्ष्मण साहू एवं माता श्रीमती उर्मिला बाई साहू का जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं ग्रामवासियों ने किया अभिनंदन भारत माता के जयकारे से गूंज उठा जंगलपुर आखिरी सांस तक नक्सलियों से लड़े श्री पूर्णानंद साहू

रायपुर 

राजनांदगांव जिले के ग्राम जंगलपुर निवासी सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के आरक्षक शहीद पूर्णानंद साहू को मरणोपरांत उनके अदम्य साहस एवं वीरता के लिए राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया। शहीद  पूर्णानंद साहू को शौर्य चक्र सम्मान प्राप्त होने पर आज उनके गांव जंगलपुर में गौरव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां जिला प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में आसपास के गांव के ग्रामीणजन पहुंचे थे। इस मौके पर शहीद पूर्णानंद साहू के प्रतिमा पर जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं ग्रामवासियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। WhatsApp Image 2022 06 02 at 9.45.04 PM WhatsApp Image 2022 06 02 at 9.45.06 PM

शहीद पूर्णानंद साहू के पिता लक्ष्मण साहू एवं माता श्रीमती उर्मिला बाई साहू के जंगलपुर वापस आने पर इस गौरवमय क्षण में जिला प्रशासन एवं ग्रामवासियों द्वारा उनका फूल-मालाओं से अभिनंदन किया गया। अपर कलेक्टर  सीएल मारकण्डेय एवं एसडीएम श्री हितेश पिस्दा ने शहीद श्री पूर्णानंद साहू की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस क्षण जंगलपुर गांव भारत माता के जयकारे से गूंज उठा। शहीद पूर्णानंद साहू के चाचा  प्रकाश साहू, बहन सुश्री ओनिषा साहू, श्रीमती डुमेश्वरी साहू, भाई निलेश साहू एवं एसडीओपी अजीत ओगरे, लालबाग थाना प्रभारी जितेन्द्र वर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि 10 फरवरी 2020 को बीजापुर के पामेड़ थाना के ग्राम ईरापल्ली में क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान हेतु सीआरपीएफ के 204 कोबरा बटालियन के जवान निकले थे। पार्टी सर्चिंग करते आगे बढ़ रही थी कि हथियारबंद नक्सलियों द्वारा आटोमेटिक हथियार से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी गई।

सीआरपीएफ के 204 कोबरा बटालियन के आरक्षक श्री पूर्णानंद साहू ने अपनी जान की परवाह न करते हुए नक्सलियों की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। गंभीर रूप से जख्मी हो जाने के बाद भी श्री पूर्णानंद साहू ने अंतिम सांस तक बड़ी जाबांजी से नक्सलियों के फायरिंग का जवाब देते रहे। नक्सली अपने आपको कमजोर पड़ता देख कर भाग खड़े हुये। मुठभेड़ घटना में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन 204 के आरक्षक श्री पूर्णानंद साहू सहित 2 जवान शहीद हो गये एवं 4 अधिकारी-कर्मचारी घायल हो गये। शहीद श्री पूर्णानंद साहू अदम्य साहस एवं वीरता के लिए मराणोपरांत राष्ट्रपति द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।