नई दिल्ली,
दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हो गई है. बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते एक्यूआई का स्तर लगातार 500 से ऊपर बना हुआ है, जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को इसी मुद्दे पर दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से जल्द से जल्द कदम उठाने के लिए कहा है. चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कहा कि ऐसी स्थिति में तो लगता है कि घर में भी मास्क पहनकर ही बैठना होगा. कोर्ट ने केंद्र सरकार को वायु प्रदूषण से निपटने की तरकीब निकालने को कहा है.
रविंद केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक
सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज आपात बैठक बुलाई है, जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. आज की इस आपात बैठक में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और दिल्ली के मुख्य सचिव शामिल होंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने की है तीखी टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट में सुबह मामले पर सुनवाई शुरू हुई तो सीजेआई रमन्ना ने सीधे सरकार से सवाल पूछा- आप देख रहे हैं कि स्थिति कितनी खतरनाक है. हमें घरों पर भी मास्क लगाकर बैठना पड़ेगा. आखिर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
सीपीसीबी ने कल सख्त कदम उठाने की कही थी बात…
दिल्ली- एनसीआर में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की उप समिति ने शुक्रवार को आपात बैठक कर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकार से कई सख्त निर्णयों पर अमल करने के लिए कहा है.
बैठक में राज्य सरकारों से कहा गया कि वे सभी सरकारी और निजी कार्यालयों के कर्मियों द्वारा प्रयोग किए जा रहे वाहनों की संख्या में 30 प्रतिशत तक कटौती करें ताकि वाहनों से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके.