Axis Bank देगा अब इन ग्राहकों को बड़ा लाभ…बैंक ने अपनी पॉलिसी में किया बदलाव…

नई दिल्ली,

निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने समलैंगिक (LGBTQIA) समुदाय के ग्राहकों और कर्मचारियों के लिये अनुकूल नीतियों की घोषणा की है. बैंक ने अपने कार्य परिवेश में विविधता, समानता और समावेश को प्रोत्साहित करने के इरादे से यह कदम उठाया है. Axis Bank के अनुसार उसकी नीतियों से समलैंगिक और बाय सेक्सुअल (bisexual community) कम्यूनिटी के ग्राहक अपने पार्टनर को अपने बैंक अकाउंट में नॉमिनी बना सकते हैं. इसके अलावा इस समुदाय के ग्राहक भी अपने साथी के साथ ज्वाइंट सेविंग्स और फिक्स्ड डिपाॅजिट खाता खोल सकेंगे. बता दें कि इन नियमों के साथ Axis Bank भारत का पहला बैंक है, जिसने LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए इस तरह के कदम उठाए हैं.

Axis Bank ने LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए नीतियों और प्रथाओं की चर्चा करते हुए ComeAsYouAre चार्टर का ऐलान किया है. बैंक के कर्मचारी अपने किसी भी जेंडर या मैरिटल स्टेटस (marital status) वाले लोग अपने पार्टनर को मेडिक्लेम लाभ के लिए जोड़ सकते हैं. वहीं बैंक के कर्मचारी अपने जेंडर या फिर जेंडर एक्सप्रेशन के हिसाब से कपड़े भी पहन सकते हैं.

20 सितंबर से मिलेगा लाभ: Axis बैंक ने कहा कि किसी भी कर्मचारी या ग्राहकों की जेंडर प्राथमिकता उनके जन्म के समय मिले जेंडर से अलग हो सकती है. बैंक 20 सितंबर, 2021 से अपने ग्राहकों के लिए ये नियम लेकर आ रहा है, जिसके लिए कस्टमर्स अपने टाइटल में Mx जोड़ सकते हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2018 में अपने ऐतिहासिक फैसले में दो वयस्कों के बीच आपसी समझौते से बने निजी तौर पर सभी सेक्सुअल रिलेशनशिप (sexual relationship) को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था.