सांड ने महिला को पटककर मौत के घाट उतारा, गुस्‍साए लोगों ने हाईवे पर लगाया जाम

भिंड

जिले में आवारा घूम रहे आवारा सांड और खूंखार मवेशी अब लोगों की जान ले रहे हैं। मंगलवार की सुबह लावन की नहर पर एक सांड ने महिला को पटक-पटककर मौत के घाट उतार दिया। महिला को सींगों पर रखकर जमीन पर पटकते देख दो युवक बचाने दौड़े, लेकिन सांड उल्‍टा युवकों पर टूट पड़ा। दोनों ही युवकों को सांड ने बुरी तरह से जख्‍मी किया है। गुस्‍साए ग्रामीणों ने सांड को रस्‍सी से बांधकर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची गांव वालों ने लाठी, बल्‍लम से सांड को मार दिया। पुलिस ने हाईवे पर रखे शव को पीएम के लिए अस्‍पताल पहुंचाकर रास्‍ता खाली कराया, तब दोनों ओर से आवाजाही बहाल की गई।

भिंड-ग्‍वालियर नेशनल हाईवे पर शाहपुरा लावन नहर की पुलिया निवासी 55 साल की कैलाशी पत्‍नीपत्‍नी रामसनेही कोरी मंगलवार सुबह छह बजे वो घर के बाहर कचरा डालने गई थी। कचरा डालकर वह रोड पर खड़ी थी, तभी पीछे से आए एक खूंखार सांड़ ने महिला पर हमला कर दिया। सांड़ ने महिला को दो बार सींगों पर उठाकर जमीन पर पटक दिया। राहगीरों ने वाहन रोककर सांड़ को रोकना चाहा तो वो सांड़ ने युवकों का पीछा करना शुरू कर दिया। इधर, सांड़ के हमले से घायल महिला ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया। सांड़ के हमले में दो युवक भी घायल हो गए। जिन्‍हें उपचार के लिए चिकित्‍सालय में भर्ती कराया गया है।

सांड को भी मार दिया:
महिला की मौत से आक्रोशित ग्राम वासियों ने आदमखोर सांड़ को रस्सी के सहारे पकड़ लिया। सांड़ को पकड़े जाने के बाद उसे एक पेड़ से बांध दिया। उसके बाद ग्रामीणों ने उक्‍त सांड को पीट-पीटकर मार डाला। इसके पश्‍चात पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहले शव को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचीए जहां मृतक महिला के परिजन ने शव का पोस्टमॉर्टम न करने की बात कही। इसके बाद प्रशासन से राहत राशि की मांग करते हुए शव को सड़क पर रख दिया और जाम लगा दिया। देहात थाना पुलिस ने लोगों को किसी तरह समझाइस दी, तब गुस्‍साए लोग शांत हुए और वाहनों की आवाजाही के लिए रास्‍ता खोला गया।

जिले में 21 हजार आवारा मवेशी:
जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जिले भर में 21 हजार से अधिक आवारा मवेशी सड़कों व खेतों में घूम रहे हैं। मवेशियों के कारण हर दूसरे दिन जिले के विभिन्‍न मार्गों पर एक्‍सीडेंट होते हैं, जिनमें लोग घायल होने के साथ जान भी गंवा रहे हैं। जिले में अभी तक 20 फीसदी गांवों में गोशाला बनी है। इन गोशालाओं में मवेशियों को रखने की बजाय शेड खाली रखे जाते हैं, क्‍योंकि सरपंचों का कहना है कि सरकार दाना-पानी नहीं दे रही है। ऐसे में कुछ पंचायतों में ग्रामीणों के सहयोग से गोशालाएं यथावत चल रही हैं।

दो घंटे तक लगा रहा जाम:
महिला की मौत के बाद महिलाएं सड़क पर ही बैठ गई और विलाप करती रही। उधर सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश के बाद शव को सड़क से हटवाया और जाम खुलवाया। करीब दो घंटे तक यातायात पूरी तरह से बंद रहा। दोनों ओर वाहन जाम में फंसे रहे। जिसके कारण सवारी वाहनों में बैठे लोगों को मुश्किल होती रही।