नई दिल्ली
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन को 6 दिन बाद यानि कि 28 अगस्त को 9 महीने पूरे हो जाएंगे और किसान अभी भी कानून वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं। किसानों का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक वो दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से नहीं हिलेंगे। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर डटे भारतीय किसान यूनियन में फूट पड़ने की खबर है। दरअसल, किसान यूनियन के दो पक्षों में तकरार इस कदर बढ़ गई है कि मामला पुलिस तक पहुंच गया है। राकेश टिकैत के करीब शमशेर राणा ने अपने ही संगठन के नेता धर्मेंद्र मलिक पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
शमशेर राणा ने इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक, ये मामला 14 अगस्त का है जब किसानों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। आपको बता दें कि शमशेर राणा और धर्मेंद्र मलिक दोनों ही राकेश टिकैत के करीबी हैं और इन दोनों में इस बात की ही लड़ाई है कि कौन राकेश टिकैत का सबसे ज्यादा करीबी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक पक्ष ने दूसरे पक्ष से कह दिया है कि एक म्यान में दो तलवारें नहीं रह सकती हैं। बीकेयू के दो गुटों में आई इस तकरार को संगठन में फूट के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि ये फूट आंदोलन को कमजोर भी कर सकती है।
कौशांबी थाने में धर्मेंद्र मलिक के खिलाफ हुई शिकायत दर्ज आपको बता दें कि शमशेर राणा भारतीय किसान यूनियर के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी हैं। उन्होंने संगठन के ही धर्मेंद्र मलिक के खिलाफ गाजियाबाद के थाना कौशाम्बी में शिकायत दर्ज कराई है। शमशेर राणा का कहना है कि धर्मेंद्र मलिक ने उन्हें जान से मारने की धमकी है। यह चौथी बार है जब धर्मेंद्र मलिक की ओर से उन्हें जान से मारने और अपशब्द सुनने को मिले हैं। आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन संगठन अपनी आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को बड़ी महापंचायत का आयोजन करेगा। इस महापंचायत में भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत भी शामिल होंगे।