नई दिल्ली
अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों पर तालिबान के कब्जे के बीच भारतीय वायु सेना ने शहर पर आतंकवादी संगठन द्वारा कब्जा किए जाने से कुछ दिन पहले मजार-ए-शरीफ से लगभग 50 भारतीय वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को निकाला था। भारतीय नागरिकों को 11 और 12 अगस्त को भारतीय वायुसेना के एक विशेष परिवहन विमान में मजार-ए-शरीफ से निकाला गया था, जिसमें भारतीय वाणिज्य दूतावास में काम करने वाले नागरिक अधिकारियों के साथ-साथ वहां अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस अधिकारी (आईटीबीपी) शामिल थे।
भारतीय वायु सेना के एक विमान ने दिल्ली के पास स्थित हिंडन एयर बेस से उड़ान भरी थी और पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से बचते हुए मजार ए शरीफ पर उतरा था। इससे पहले जब तालिबान कंधार पर कब्जा करने वाला था उस समय भी भारत ने अपने वाणिज्य दूतावास से अपने कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला था। सूत्रों के मुताबिक उन्हें कंधार से निकालकर काबुल दूतावास सिफ्ट किया गया था, और वहीं से वह अपना काम देख रहे थे। वहीं जब इस सप्ताह की शुरुआत में राजधानी काबुल पर कब्जा करने के बाद भारतीय वायु सेना ने वहां हवाई अड्डे पर अमेरिकी सेना से मंजूरी मिलेने के बाद सी-17 ग्लोबमास्टर की दो उड़ानें संचालित कीं और लगभग 180 अधिकारियों, आईटीबीपी कर्मचारियों और कुछ पत्रकारों को अपने देश वापस लेकर आई।