यूपी बोर्ड में जीरो नंबर पाकर पास 3500 छात्रों का दाखिला मुश्किल

 लखनऊ 
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर के तैयार रिजल्ट में गड़बड़ियों का खामियाजा छात्रों को भगुतना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा नुकसान इंटर के लगभग साढ़े तीन हजार छात्र-छात्राओं का होने वाला है क्योंकि बोर्ड ने उनको सिर्फ प्रमोट किया और नम्बर के स्थान पर क्रास बना दिया। अब इन साढ़े तीन हजार छात्रों के सामने सबसे बड़ी मुश्किल स्नातक में प्रवेश लेने की है। लखनऊ के सभी महाविद्यालयों में मेरिट के आधार पर प्रवेश लिए जा रहे हैं। महाविद्यालय मेरिट हाईस्कूल और इंटर में मिले अंकों के आधार पर तैयार करेंगे। इन छात्रों के पास इंटर में कोई नम्बर नहीं है इसलिए ये आवेदन करने के लिए पात्र नहीं है। यदि प्रवेश फार्म भर भी दें तो इन छात्रों का नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आ सकेगा। 

सभी स्कूल में छह से दस ऐसे छात्र  : मार्कशीट में नम्बर के स्थान पर क्रास और प्रमोट ऐसी मार्कशीट शहर के सभी राजकीय और सरकारी के स्कूलों में मौजूद हैं। औसतन छह से दस छात्र-छात्राएं सभी स्कूलों में हैं। इसके साथ ही मान्यताप्राप्त स्कूलों में शहर के बड़े स्कूलों को छोड़ दें तो सभी बजट स्कूलों में ऐसे दो से चार छात्र हैं। जिनको बिना नम्बर के प्रमोट किया गया है। 

प्रधानाचार्य स्वयं भेज रहे रजिस्टर्ड डाक : इंटर और हाईस्कूल के छात्रों को बिना नम्बर के प्रमोट किया गया तो छात्र और अभिभावक दोनो परेशान हो गए। बोर्ड ने नम्बर से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं से आवेदन मांगे हैं लेकिन बिना नम्बर के छात्रों को क्या करना है, इसके लिए कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।