देश ने कोरोना वैक्सीन की 50 करोड़ डोज लगाने का आंकड़ा पार किया : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली
 

 भारत ने 50 करोड़ वैक्सीन डोज़ लगाने के बहुत अहम पड़ाव को पार किया है। दुनिया में ऐसे अनेक देश हैं, जिनकी कुल जनसंख्या से भी अधिक टीके भारत एक सप्ताह में लगा रहा है। ये नए भारत का, आत्मनिर्भर होते भारत का नया सामर्थ्य है।

आज अगर सरकार की योजनाएं ज़मीन पर तेज़ी से पहुंच रही हैं, इसके पीछे सरकार के कामकाज में आया परिवर्तन है। पहले की सरकारी व्यवस्था में एक विकृति थी। वो गरीब के बारे में सवाल भी खुद पूछते थे और जवाब भी खुद ही देते थे। जिस तक लाभ पहुंचाना है, उसके बारे में पहले सोचा ही नहीं जाता था।

'देश में टीकाकरण का आंकड़ा 50 करोड़ के पार'
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने ट्वीट में कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 'सबको मुफ्त वैक्सीन' अभियान से आज देश ने 50 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार कर लिया है। भारत को 0-10 करोड़ का आंकड़ा छूने में 85 दिन, 10-20 करोड़ में 45 दिन, 20-30 करोड़ में 29 दिन, 30-40 करोड़ में 24 दिन और 40 से 50 करोड़ टीकाकरण में केवल 20 दिन लगे।' वहीं, स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 16 जनवरी से 5 अगस्त तक कोविशील्ड की 44.42 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की, वहीं भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन की 6.82 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की।

‘कोविशील्ड और कोवैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने का प्लान’
देश में टीकों के विनिर्माण या उत्पादन की क्षमता से संबंधित प्रश्न के उत्तर में पवार ने कहा, ‘जैसा कि निर्माताओं ने बताया है कि कोविशील्ड की मासिक उत्पादन क्षमता 11 करोड़ खुराक प्रति माह से बढ़ाकर 12 करोड़ से अधिक प्रति माह करने की वहीं कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता 2.5 करोड़ खुराक प्रति माह से बढ़ाकर करीब 5.8 करोड़ खुराक प्रति माह करने की योजना है।’ उन्होंने कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने टीकों को तेजी से मंजूरी देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। कोविड-19 टीकों के क्लिनिकल परीक्षण और मंजूरी के लिए आवेदन के त्वरित निस्तारण की प्रणाली बनाई गई है।