नई दिल्ली
अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी जीत मिली है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच की डील पर अमेजन की अपील को जायज ठहराया है। कोर्ट ने कहा कि सिंगापुर के आपातकालीन पंचाट (ईए) ने अक्टूबर में इमरजेंसी सुनवाई में इस डील पर रोक लगाने का जो फैसला किया था वह भारत में भी लागू होगा। आपको बता दें कि फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस रिटेल के बीच 24 हजार करोड रुपए से ज्यादा की डील हुई थी। इस डील पर अमेजन को आपत्ति है। अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप के कूपंस में अपनी हिस्सेदारी का हवाला देकर इस डील पर सवाल उठाए हैं।
आपको बता दें कि रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की करीब 24 हजार करोड़ की डील के खिलाफ अमेजन ने सबसे पहले दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, हाईकोर्ट ने इस डील पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. इसी के बाद अमेजन की ओर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया गया था.
समझें क्या था पूरा विवाद?
देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रचलित बिग बाज़ार फ्यूचर ग्रुप का ही हिस्सा है. कुछ वक्त पहले रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप में रिटेल मार्केट को लेकर सबसे बड़ा समझौता हुआ था और 24,713 करोड़ की डील के बाद रिलायंस के पास फ्यूचर ग्रुप के मालिकाना हक आ गए थे.
इसी डील पर अमेजन ने विरोध जताया था, क्योंकि फ्यूचर ग्रुप की ही एक कंपनी में अमेजन की 49 फीसदी की हिस्सेदारी थी. डील के मुताबिक, अगर कंपनी बेची जाती है तो खरीद का पहला अधिकार अमेजन का ही होगा. लेकिन रिलायंस-फ्यूचर ग्रुप की डील में इसका पालन नहीं हुआ था.
अमेजन ने इसको लेकर सबसे पहले सिंगापुर की एक अदालत में गुहार लगाई थी, जहां अमेजन के पक्ष में फैसला आया था. उसके बाद ये मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा, जिसमें हाईकोर्ट ने डील को आगे बढ़ने को कहा था. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी है.
अमेजन को दिक्कत क्या है: रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की डील के मालिकाना हक पर अमेजन को दिक्कत है। फ्यूचर ग्रुप की ही एक कंपनी फ्यूचर कूपंस में अमेजन की 49 फीसदी हिस्सेदारी थी। अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच जो डील थी उसके मुताबिक, कंपनी बेची जाती है तो खरीद का पहला अधिकार अमेजन का ही होगा लेकिन रिलायंस-फ्यूचर ग्रुप की डील में इसका पालन नहीं हुआ।
रिलायंस के शेयर गिरे: कोर्ट के फैसले के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। रिलायंस के अलावा फ्यूचर ग्रुप की रिटेल कंपनी के शेयर में भी गिरावट देखने को मिली है।