बिजली की बढ़ी दरों को लेकर भाजपा करेगी आंदोलन

रायपुर
राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद भाजपा के हाथ एक बड़ा मुद्दा हाथ लगा है जिसे वह जनता तक सीधे ले जाने के लिए और वह है हाल में ही बिजली की बढ़ी दरों का..। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मीडिया से रूबरू होते हुए आज ऐलान कर दिया है कि बड़ा आंदोलन होगा इसलिए कि कोरोनाकाल में राहत देने के बजाय राज्य सरकार बिजली का झटका दे रही है।

उन्होंने कहा, कोरोना काल में राज्य सरकार ने लोगों को 8 पैसे की भी राहत नहीं दी। अब बिजली भी 8 प्रतिशत महंगा कर दी है। यह जनता पर अन्याय है जिसे हर हाल में वापस लेना चाहिए। कोरोना के इस संकट काल में बिजली दरों में वृद्धि से प्रदेश की जनता बुरी तरह परेशान है। वह खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। हर हाल में कांग्रेस को यह बढ़ोतरी वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा, बिजली बिल हाफ का वादा करके सत्ता पाने वाली कांग्रेस ने बिजली की दरें बढ़ाकर जनता के साथ धोखा किया।  भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, महंगाई का रोना रोने वाली और हर चौक-चौराहों पर महंगाई के नाम पर प्रदर्शन कर झूठ फैलाती कांग्रेस ने अब जनता की जेब काटने का प्रावधान बिजली दर बढ़ाकर कर लिया है। उन्होंने कहा, बिजली दरों में यह बढ़ोतरी तो कांग्रेस सरकार की कुनीतियों की एक झलक है। साय ने कहा, सरकार ने तुरंत यह बढ़ी हुई दर वापस नहीं लिया तो भाजपा सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेगी, आंदोलन करेगी।

साय ने कहा, केवल बिजली ही नहीं, प्रदेश में रेत, सीमेंट आदि की कीमत भी आसमान छू रही है। ऐसा इससे पहले कभी नहीं रहा। जीवन भर की कमाई से पाई-पाई जोड़ कर हर व्यक्ति एक घर बनाने का सपना देखता है, यह सरकार उस सपने पर भी कुठाराघात कर रही है।

मध्यप्रदेश से 53 पैसे कम है छग में बिजली दर  – कांग्रेस
इधर भाजपा के आरोपों पर जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रक्वता एम.ए. इकबाल ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार ने पिछले दो वर्षो तक बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं किया था। इस वर्ष भी न्यूनतम बिजली की दर 0-100 यूनिट में 3 रुपए 60 पैसे निर्धारित किया है जो भाजपा शासित अन्य राज्यों तथा मध्यप्रदेश की तुलना में जहां प्रति यूनिट 4 रुपए 13 पैसे है इस तरह 53 पैसे छत्तीसगढ़ की सरकार सस्ती बिजली जनता को दे रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रक्वता ने आगे कहा है कि भाजपा के शासन काल में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हर साल बिजली की दरों में वृद्धि की एवं 15 वर्षो में लगभग 300 प्रतिशत बिजली की दर में वृद्धि की गयी थी, वही लोग आज किस मुंह से बिजली दर में वृद्धि की आलोचना कर रहे है। भाजपा प्रदेश की बिजली की दरों की आलोचना करने के बजाय केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा लाये जाने वाला विद्युत संशोधन 2020 विधेयक को रोकने का प्रयास करें।