भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग ने 34 सहायक प्राध्यापकों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इनका चयन पीएससी से हुआ था। लेकिन चयन सूची में संशोधन में यह सामने आया कि रोस्टर नियमों का पालन नहीं किया गया है।  इस वजह से पूर्व में जारी चयन सूची को संशोधित किया गया और इनका चयन निरस्त कर दिया गया। इन पदों के लिए 2017 में पीएससी का विज्ञापन जारी हुआ था और अतिथि विद्वानों ने इसका विरोध किया था। अतिथि विद्वानों ने इसका विरोध किया था। अतिथि विद्वान महासंघ ने बताया कि दूसरे राज्यों के उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए उम्र 44 वर्ष की गई और मप्र के अतिथि विद्वानों को बाहर किया गया।
प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के बैनर तले कॉलेजो के प्रोफेसर्स काला मास्क एवं काली पट्टी लगाकर कार्य कर रहे हैं। वह अपनी मांगों के निराकरण के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपनी तरफ ध्यानाकर्षित करा रहे हैं।
 
            

