नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने विधानसभा के 29 जुलाई से दो दिन का मानसून सत्र बुलाया है। दिल्ली सरकार कैबिनेट की शुक्रवार को हुई बैठक में इसे मंजूरी दे दी गई है। इस बार सत्र में अहम मुद्दों पर चर्चा के साथ प्रश्नकाल का भी समय तय किया गया है। दोनों दिन 29 व 30 जुलाई को अलग-अलग विभागों का प्रश्नकाल रहेगा। वहीं सरकार जहां अपने योजनाओं व विकास पर चर्चा करेगी वहीं विपक्ष भी सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गई है।
दिल्ली विधानसभा ने मॉनसूत्र सत्र को लेकर नोटिस जारी कर दिया है। विधायकों को प्रश्नकाल में शामिल होने के लिए समय से नोटिस देने की बात कही है। विधानसभा सत्र के दौरान कोविड नियमों के पालन करने का भी निर्देश दिया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्रियों और चीफ व्हीप नेता प्रतिपक्ष की सीट तय होगी, बाकी सामाजिक दूरी के साथ सदन के सदस्य कही भी बैठ सकते है। सदन में विधायकों को प्रवेश के लिए 48 घंटे पहले तक का कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। विधानसभा अपनी तरफ से भी जांच की व्यवस्था करेगा उसके अलावा विधायक चाहे तो अपने स्तर पर भी जांच करा सकते है।
मानसून सत्र इस बार खूब हंगामेदार होने वाला है। सदन में दिल्ली सरकार जहां अपनी कामकाज को लेकर आगे बढ़ेगी। कोविड प्रबंधन को लेकर अपनी चर्चा करेगी वहीं विपक्ष कोरोना के दौरान ऑक्सीजन की कमी, बसों के रखरखाव, वकीलों की नियुक्ति मामले में घेरने की तैयारी कर रही है।