लखनऊ
नमक सप्लाई करने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में शामिल दो और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगभग तैयार हो गई है। दो-तीन दिन में पुलिस इसे कोर्ट में दाखिल कर दे देगी। इस मामले में आठ लोग जेल में है। साथ ही कई आरोपियों की तलाश की जा रही है।
यह फर्जीवाड़ा पिछले साल पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर दो करोड़ 72 लाख इंदौर के व्यापारी मंजीत से हड़प लिये गये थे। यह सारा फर्जीवाड़ा सचिवालय में पशुधन राज्यमंत्री के दफ्तर में हुआ था। इसकी जांच एसटीएफ ने की थी जिसमें कई आरोपी सामने आये थे। इसके बाद जून में हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था और उसी दिन आशीष राय, अनिल राय, एके राजीव समेत सात आरोपी जेल भेजे गये थे। इस फर्जीवाड़े की विवेचना के दौरान ही गुजरात के दो व्यापारियों से नमक सप्लाई के नाम पर रुपये वसूलने का मामला भी सामने आ गये थे। इसमें भी एफआईआर दर्ज हुई थी। इसकी जांच एसीपी विभूतिखंड को दी गई थी। इसमें आशीष राय के साथ मुख्य आरोपी मोंटी गूर्जर व सचिचालय के दो कर्मचारी थे। इसमें एक चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। अब दूसरी चार्जशीट में पुलिस ने कई वैज्ञानिक तथ्य का जिक्र भी किया है। यह चार्जशीट दो-तीन दिन में दाखिल की जा सकती है।