रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) में पिछले कई महीनों से हाशिये पर चल रहे उसके दो विधायकों ने पार्टी छोडऩे का पूरी तरह से मन बना लिया है। दोनों विधायक विधानसभा के मानसून सत्र में अध्यक्ष के सामने पार्टी से अलग होने आवेदन कर सकते हैं। यदि अध्यक्ष इसे स्वीकार कर लेते हैं, तो उनके लिए अलग पार्टी बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के बलौदाबाजार से विधायक प्रमोद शर्मा और खैरागढ़ से देवव्रत सिंह पार्टी में स्वंय को उपेक्षित पर रहे हैं। सही अर्थों में माना जाये इन दानों विधायकों की पटरी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमीत जोगी के साथ नहीं बैठ पा रही है और दानों ही पार्टी खिलाफ भी बयान दे चुके हैं जिसके चलते वे फिलहाल पार्टी में हाशिये पर हैं । इससे पूर्व भी इन दोनों विधायकों ने पार्टी छोडऩे का मन बना लिया था और उनके कार्यकर्ता भी साथ जा रहे थे लेकिन उस वक्त की नजाकत को देखते हुए दोनों को शांत कर समझा लिया गया था।
जकांछ के पार्टी के वरिष्ठ विधायक देवव्रत सिंह ने कहा कि उनके साथ विधायक प्रमोद शर्मा 26 जुलाई से प्रारंभ होने वाले मानसून सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष को पार्टी से अलग होने के आवेदन तो देगें ही इसके साथ ही वे अलग पार्टी के लिए विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन देंगे। देवव्रत ने जानकारी दी कि नई पार्टी गठन को लेकर उनके साथी विधायक प्रमोद शर्मा की इस संबंध में निर्वाचन आयोग से बात हो गई है। आयोग के अफसरों ने उन्हें राज्य विधानसभा में पार्टी के विखंडन की सूचना देने की सलाह दी है। विधानसभा अध्यक्ष यदि इसे स्वीकार कर लेते हैं तो अलग पार्टी का गठन किया जा सकता है।
जकांछ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि पृथक दल बनाने के लिए दो से तीन होना या जकांछ से इस्तीफा देना पड़ेगा। मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने से कोई किसी को नहीं रोक सकता। हम न ए टीम है न बी टीम हैं। केवल सी मतलब छत्तीसगढिय़ों की टीम बनने का जोगीजी का अधूरा सपना पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
 
            
