बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष जेपी नड्डा से मिले , बाबुल सुप्रियो और सौमित्र खान के खिलाफ शिकायत

कोलकाता

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के टॉप नेताओं के बीच मतभेद बढ़ता ही जा रहा है। पार्टी के कुछ नेताओं के मतभेद के बीच बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष सोमवार को दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और उन्होंने कम से कम दो सांसदों के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप लगाए हैं। जेपी नड्डा के आवास पर हुए चर्चा से अवगत नेताओं ने कहा कि घोष ने शिकायत की है कि पिछले सप्ताह पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो और राज्य भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष सौमित्र खान ने सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद जब घोष से मीडिया ने सुप्रियो और खान के बारे में पूछा तो उन्होंने बिना किसी का लेते हुए कहा कि मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सब कुछ बता दिया है। कुछ बातों को पार्टी के भीतर चर्चा होनी चाहिए न कि सार्वजनिक रूप से। भाजपा की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति इस पर गौर करेगी।

 

बता दें कि 7 जुलाई को हुए केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव से कुछ देर पहले बाबुल सुप्रियो और देबाश्री चौधरी से इस्तीफा मांग लिया गया था। जबकि मोदी सरकार में बंगाल से चार नए चेहरों को शामिल किया गया। उसी राज्य से दो मंत्रियों का इस्तीफा और फिर चार लोगों को कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई थी कि कही ये विधानसभा चुनाव का पुरस्कार तो नहीं है। इस चर्चा को इसलिए भी बल मिल रहा है क्योंकि मोदी सरकार में शामिल किए गए नेता उन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां बीजेपी को चुनाव में फायदा मिला है। दरअसल, बाबुल सुप्रियो उस समय चर्चा में आ गए जब उन्होंने इस्तीफे को लेकर सार्वजनिक रूप से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया था। हालांकि, रायगंज से सांसद देबाश्री चौधरी ने सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सुप्रियो बंगाल विधानसभा चुनाव में कोलकाता की टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, जहां हार का सामना करना पड़ा। सुप्रियो ने कहा था कि हां मुझे इस्तीफा देने को कहा गया था, मैंने दे दिया है। मैं पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे मंत्रिमंडल में शामिल करके देश की सेवा का मौका दिया। उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि कार्यकाल में मेरे ऊपर कोई भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा।