खालिस्तान समर्थक फोन कॉल्स की जांच शुरू, सिख समाज के लोगों को भड़काने की कोशिश 

 लखनऊ 
प्रदेश पुलिस के साइबर क्राइम सेल ने खालिस्तान आंदोलन के समर्थन में लोगों के पास आ रही फोन कॉल्स की जांच शुरू कर दी है। रिकार्डेड मैसेज के रूप में लोगों के मोबाइल पर आ रही इस कॉल के जरिए यूपी व उत्तराखंड में रहने वाले सिख समाज के लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। 

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह फोन कॉल या तो विदेशों से की जा रही है या फिर बाहरी गेट-वे का इस्तेमाल कर इंटरनेट के माध्यम से भारत में ही किसी स्थान से की जा रही है। ये फोन कॉल इंग्लैंड, कनाडा या अमेरिका से किए जाने की भी संभावना है। सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नाम के संगठन की तरफ से आ रही इस कॉल में सिख समुदाय के लोगों से 18 जुलाई से शुरू हो रहे खालिस्तान रेफरेंडम के लिए मतदान करने की अपील की जा रही है। एसएफजे के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के बारे में बताया जाता है कि वह भारत से बाहर रहकर अपनी गतिविधियां चला रहा है। उसका उद्देश्य केवल डर पैदा करना होता है। ऐसे फोन कॉल्स किसान आंदोलन की शुरुआत के समय भी लोगों के पास आ रहे थे।