नई दिल्ली
एंटीलिया केस में जब सचिन वाजे का नाम आया तो मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने भी तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। साथ ही उनके ऊपर मुंबई के पब, रेस्टोरेंट आदि से 100 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप लगाया। इसके बाद तुरंत सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में ही मामला मनी लॉन्ड्रिंग का मिला था। ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय ने भी एक नई जांच शुरू की। अब इस मामले में परमबीर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
दरअसल जब अनिल देशमुख गृहमंत्री थे, तो परमबीर पुलिस कमिश्नर थे। उनके आरोपों को मानें तो सचिन वाजे देशमुख का करीबी है। जिस वजह से उसको ही वसूली का टास्क दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक ईडी का मानना है कि परमबीर को इस मनी लॉन्ड्रिंग के बारे में ज्यादा जानकारी है। इस वजह से उनको पूछताछ के लिए बुलाया गया, ताकि कुछ सबूत जुटाए जा सकें।
वाजे भी देगा बयान
वहीं दूसरी ओर देशमुख की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। ईडी इस केस में एंटीलिया केस के आरोपी सचिन वाजे से पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन वो तलोजा जेल में बंद था। इसके बाद कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जहां से ईडी को वाजे से तीन दिन पूछताछ की अनुमति दी गई है। इस मामले में देशमुख के दो खास संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे पहले ही गिरफ्तार हैं। अगर वाजे का बयान अनिल देशमुख के खिलाफ आता है, तो उनकी भी गिरफ्तारी आने वाले दिनों में हो सकती है।