भोपाल
कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से अटकी प्रशासनिक सर्जरी अब जल्द होंने के आसार है। गुरुवार को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी के बीच प्रशासनिक फेरबदल को लेकर लंबी चर्चा के बाद अब आज-कल में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होने के आसार है। चार माह से बिना काम के बैठे एसीएस स्तर के आईएएस अधिकारी राधेश्याम जुलानिया को कोई काम दिया जा सकता है वहीं मंत्रियों से पटरी नहीं बैठा पाने वाले प्रमुख सचिवों के विभाग भी बदले जा सकते है। आठ से दस कलेक्टर भी बदले जा सकते है। भाजपा विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों से तालमेल नहीं बिठा पाने वाले आधा दर्जन से अधिक कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षकों को भी बदला जाएगा।
करीब एक दर्जन ऐसे मंत्री हैं जिनके अपने प्रमुख सचिव और एसीएस से पटरी नहीं बैठ पा रही है, उनका भी बदला जाना तय माना जा रहा है, क्योंकि वे लगातार मुख्यमंत्री से इन अधिकारियों की शिकायत कर रहे हैं। इन हालातों में यदि मंत्रियों की चली तो मंत्रालय में प्रमुख सचिवों के प्रभार में बड़ा बदलाव हो सकता है। प्रमुख सचिव स्तर के कुछ अधिकारी विभागाध्यक्ष का काम देख रहे हैं उनको पदोन्नत कर मंत्रालय में जिम्मेदारी दी जाएगी।
जुलानिया को मिलेगा काम
स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी से पटरी नहीं बिठा पाने के कारण माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष पद से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बनाए गए अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी राधेश्याम जुलानिया के पास पिछले साढ़े चार माह से काम नहीं है। अब फेरबदल के बाद उन्हें काम दिया जा सकता है। वे तीस सितंबर को रिटायर हो रहे है। रिटायरमेंट से पहले उन्हें प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड, प्रशासन अकादमी, टीआरआई या अन्य किसी स्थान पर पदस्थ किया जा सकता है। माध्यमिक शिक्षा मंडल का प्रभार पीएस रश्मि अरुण शमी के पास है इसलिए यहां अन्य वष्ठि अफसर की तैनाती हो सकती है। राजस्व मंडल में भी किसी वरिष्ठ अफसर को जिम्मेदारी दी जा सकती है। कृषि उत्पादन आयुक्त केके सिंह भी अगस्त में सेवानिवृत्त हो रहे है। आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत इसी माह सेवानिवृत्त हो रही है। यहां भी दूसरे अफसरों की ताजपोशी की जाएगी।