मेरठ
आईपीएस प्रभाकर चौधरी ने मेरठ के एसएसपी के रूप में 15 जून को चार्ज लिया था। मेरठ जिले का चार्ज लेने से पहले ही वो चर्चाओं में आ गए थे। दरअसल, आईपीएस प्रभाकर चौधरी ने सिविल ड्रेस और प्राइवेट इनोवा गाड़ी से गुपचुप तरीके से पूरे शहर में घूमे और स्थिति का जायजा लिया था। तो वहीं, अब प्रभाकर चौधरी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोला है। प्रभाकर चौधरी ने 75 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जारी किया था हेल्पलाइन नंबर दरअसल, यह कार्रवाई गोपनीय जांच रिपोर्ट, व्हाट्सएप पर मिली शिकायतों की जांच और एसपी-सीओ स्तर के अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आपको बता दें कि एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मेरठ जिले का चार्ज संभालने के बाद पुलिस विभाग में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए कहा कि थानों और चौकियों में अगर कोई पुलिस वाला रिश्वत मांगता है तो पीड़ित व्यक्ति उन्हें कॉल करें।
गोपनीय जांच रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा था कि 'एक रुपया किसी पुलिस वाले को देने की जरूरत नहीं है। शिकायत करने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा और रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मी पर विभागीय कार्रवाई होगी।' तो वहीं, अब बुधवार 07 जुलाई को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने 75 पुलिसकर्मी एक साथ लाइन हाजिर कर दिए। यह पुलिसकर्मी अपराध पर शिकंजा कसने के नाम पर थानों में सालों से जमे हुए थे। एसएसपी ने एक सप्ताह पहले एक टीम गठित की, जोकि थानों की गोपनीय जांच कर रही थी। थाने में कौन पुलिसकर्मी क्या करता है, उसकी क्या शिकायत है। इसकी जांच रिपोर्ट पुलिस टीम ने दी। उसके बाद उन पुलिसकर्मियों के नाम लिस्ट में शामिल किये गए।