उच्च रक्तचाप के लिए ज्यादा नमक ही जिम्मेदार नहीं, बल्कि कम मात्रा में पोटैशियम का सेवन भी आपको इसका मरीज बना सकता है। एक नए शोध में यह खुलासा हुआ है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि आहार में अधिक पोटैशियम ग्रहण करने वाली किशोरियों में बाद में रक्त चाप कम पाया गया।
बोस्टन विश्वविद्यालय स्कूल आॅफ मेडिसिन के लीन मूरे ने कहा कि इसके विपरीत, रक्तचाप पर अकेले सोडियम का कोई प्रभाव नहीं दिखाई पड़ा, जिसके कारण वैश्विक स्तर पर बच्चों तथा किशोरों के आहार में सोडियम की मात्रा कम करने की जरूरत पर बल देने की जरूरत नहीं।
…तो नहीं पड़ता प्रतिकूल प्रभाव
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जो किशोरियां प्रतिदिन तीन हजार मिलीग्राम नमक का सेवन करती हैं, उनके रक्तचाप पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता, जबकि जो किशोरियां प्रतिदिन 2,400 मिलीग्राम या उससे अधिक पोटैशियम का सेवन करती हैं, तो बाद में उनका रक्त चाप कम होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) लोगों को दो हजार मिलीग्राम से अधिक सोडियम का सेवन नहीं करने की सलाह देता है। शोधकर्ताओं ने किशोरावस्था के अंत में आहार में सोडियम व पोटैशियम का रक्तचाप पर दीर्घावधि तक प्रभाव का अध्ययन किया।