इस्राइल
इस्राइल के लिए बड़ी खुशखबरी है। कोरोना काल में इजरायल में आउटडोर मेें मास्क छूट के बाद इनडोर मास्क की भी छूट दे दी गई है। यह दुनिया का पहला देश है, जहां बंद स्थानों में भी मास्क लगाने की जरूरत नहीं होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार से इस पाबंदी से छूट दे दी। मंत्रालय ने कहा कि कोराेना मरीजों की कम होती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
हालांकि कोरोना वैक्सीन नहीं लगाने वाले कर्मचारी और वृद्धाश्रमों में काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही मास्क लगाना अनिवार्य है। साथ ही प्लेन से यात्रा और क्वारेंटाइन के दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके अलावा जो लोग अस्पताल या नर्सिंग होम में भर्ती हैं उन्हें भी मास्क लगाना होगा। फिलहाल इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्कूलों के लिए कोई निर्देश नहीं जारी किए हैं।
गौरतलब है कि राजनीतिक उठापटक के बीच देश में पिछले हफ्ते से 12 से 15 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है। अभी तक करीब 6 लाख बच्चों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि आगामी 15 से 20 दिन में इस्राइल कोरोना फ्री हो जाएगा। यहां आने वाले पर्यटकों को टेस्ट कराना अनिवार्य है।
पिछले 50 दिनों में दुनिया में कोरोना के मामले तेजी से घटे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि‘कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में कमी आई है।’ यह जानकारी खास है, क्योंकि डेढ़ साल में पहली बार पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हुई है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 32.85 करोड़ की आबादी वाला अमेरिका 43.7%, 6.70 करोड़ की आबादी वाला ब्रिटेन 44%, 8.4 करोड़ की आबादी वाला जर्मनी 26.3% और 3.9 करोड़ की आबादी वाली पोलैंड अपनी 25.7% आबादी को लगा चुका है। जबकि करीब 140 करोड़ की आबादी वाला भारत अब तक 3.5% लोगों को ही वैक्सीन लगाया पाया है।
92 लाख की आबादी वाला इस्राइल अब तक 85% वयस्कों को वैक्सीन लगा चुका है। इजरायल ऐसा करने वाला पहला देश भी है। दूसरी ओर, वर्तमान में इस्राइल में कोरोना के सिर्फ 231 एक्टिव केस हैं। यहां 24 घंटे में 24 केस मिले हैं।