नई दिल्ली
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग एक बार फिर जोर पकड़ सकती है। मराठा नेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सांभाजीराजे छत्रपति सरकारी नौकरियों में मराठा आरक्षण के समर्थन में आंदोलन करेंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सांभाजीराजे छत्रपति रविवार को रायगढ़ जिले के एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और इसी कार्यक्रम में मराठा समुदाय के लिए शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर किये जाने वाले आंदोलन की रुपरेखा के बारे में भी ऐलान होगा।
पिछले महीने ही राज्यसभा सांसद ने महा विकास अघाड़ी सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कई मांगें रखी थीं। इसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोटा की मांग को खारिज किये जाने के फैसले के खिलाफ रिव्यू और क्यूरेटिव पीटिशन दाखिल करने की मांग भी शामिल थी। सांभाजीराजे छात्रपति ने हॉस्टल सुविधा, स्कॉलरशिप की मांग भी मराठा समुदाय के लोगों के लिए की है। इससे पहले 5 मई को सुप्रीम कोर्ट ने मराठा समुदाय के लिए शिक्षा और सरकारी नौकरियों में कोटा को असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया था। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा था कि समुदाय के लोगों को सिर्फ आरक्षित कैटेगरी में लाने के लिए शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा घोषित नहीं किया जा सकता है।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने हाईकोर्ट के सेवानिवृत जज दिलीप भोंसले के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई थी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पढ़कर आगे की राह के लिए सुझाव मांगे थे। इसपर बीते शुक्रवार को इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है तथा उद्धव सरकार को सलाह दिया है कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रिव्यू पीटिशन के जरिए चुनौती दे सकती है। आपको बता दें कि बीजेपी नेता सांभाजी छात्रपति ने एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मई के महीने में मुलाकात कर मराठा आरक्षण के विषय पर बातचीत की थी तथा इस मामले में पहल करने का अनुरोध भी किया था।