चंडीगढ़
मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार का दावा है कि, हरियाणा देश में ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने वैश्विक महामारी को ग्रामीण क्षेत्रों में नियंत्रित करने पर सबसे ज्यादा फोकस किया। सरकार ने तर्क दिए कि, हरियाणा के गांवों में ही मिशन मोड से स्क्रीनिंग का काम हुआ। कोविड-19 संक्रमण के मामलों की परख के लिए साढ़े 8 हजार टीमें तैयार की गई थीं। जिन्होंने 5 हजार से ज्यादा गांवों में पहुंच बनाई। सरकार के मुताबिक, प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों ने दिन-रात घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की।
टीमों ने मिशन मोड पर काम करते हुए 15 मई से आज तक 25 लाख 49 हजार 464 घरों में पहुंच कर सवा करोड़ लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। 'दो दिनों में गांवों में टेस्टिंग का काम पूरा होगा' सरकार ने दावा किया कि, हरियाणा ग्रामीण स्वास्थ्य जांच योजना के तहत हरियाणा में 1 लाख 7 हजार 852 (90,474 रैपिड एंटीजन टेस्ट व 17,378 आरटी-पीसीआर टेस्ट) लोगों के सैंपल लिए गए। जिनमें 3781 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव मिली।
संक्रमितों को तत्काल उपचार की सुविधा दी गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि, राज्य सरकार ने कम समय में ग्रामीण क्षेत्र की आबादी के एक बड़े हिस्से की स्क्रीनिंग करते हुए आवश्यक कदम उठाए जिससे कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सका। हरियाणा सरकार ने "टेस्ट, ट्रैक व ट्रीट" की रणनीति पर काम किया है जिसके चलते आगामी दो दिनों के अंदर ग्रामीण आबादी के स्वास्थ्य जांच का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।