राजस्थान होते हुए हिमालय की ओर बढ़ेगा चक्रवात, गुजरात के 21 जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश 

पोरंबदर
अरब सागर से पनपे चक्रवातीय तूफान तौक-ते (ताऊ ते) के कारण गुजरात के अधिकांश जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। तेज आंधी से पेड़, परिसर गिर रहे हैं। टीन-टप्पर उड़ रहे हैं। वीदर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चक्रवात के चलते करीब 150 किलोमीटर प्रति-घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। कई इलाकों में बिजली सप्लाई ठप है। तटीय क्षेत्रों में कई-कई फीट तक पानी भर गया है। मछुआरों की नावें बह गईं हैं। सोमवार रात चक्रवात ने सौराष्ट्र का तट छुआ था, उसके बाद से 21 जिलों की 84 तहसीलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। मध्य गुजरात तक की घनी बस्तियों में जगह-जगह कीचड़ हो गई है।

 वहीं, दक्षिणी गुजरात में गांव-कस्बों को जोड़ने वाली सड़कें खराब हो गईं हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के गृहजिले राजकोट में चक्रवात के चलते कोहराम मचा हुआ है। लोग घरों में दुबके हुए हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि कुछ घंटों बाद यह तूफान गुजरात से निकल जाएगा, फिर राजस्थान पहुंचते-पहुंचते तूफान कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदलेगा। 

तिनकों की तरह बिखरे पेड़ और खंभे, खतरे में लाखों जिंदगियां, गुजरात के 655 गांव खाली कराए गए मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि, तौक-ते (ताऊ ते) के कारण गुजरात में मंगलवार को भी दिन भर भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, रात में कहां-कितना नुकसान हुआ..इसका पता दिन में ही चल पाएगा। इससे एक रोज पहले मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा ​था कि, 18 मई की दोपहर तक कम दबाव के क्षेत्र में बदलते हुए चक्रवात हिमालय की ओर बढ़ेगा। इससे गिर सोमनाथ, अमरेली, जूनागढ़, पोरबंदर और भावनगर ज्यादा प्रभावित होंगे।