भारत में हालात खराब, कोरोना के सही आंकड़े दिखाए सरकार: WHO की वैज्ञानिक

वाशिंगटन
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपा दिया है, इंडिया की बिगड़ी स्थिति पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने चिंता जताई है और साथ ही कहा है कि भारत सरकार को कोरोना के सही आंकड़े बताने चाहिए। स्वामीनाथन ने कहा कि इंडिया की जो हालात हैं उसे देखते हुए इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवाल्यूश (आईएचमई) ने अगस्त 2021 तक 10 लाख लोगों की मौत का अनुमान लगाया है, जो कि परेशानी पैदा करने वाला है। 

स्वामीनाथन ने कहा कि भारत और दक्षिण एशिया के दूसरे देशों में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया हुआ है लेकिन इन सभी देशों ने कोरोना के सही आंकड़े पेश नहीं किए हैं, जो कि सही नहीं है, इन सभी को केस के सही आंकड़े लोगों के सामने प्रस्तुत करने चाहिए, जिससे सही आंकलन और शोध हो सके।  सौम्या स्वामीनाथन साथ ही सौम्या स्वामीनाथन ने दोहराया कि भारत में इस वक्त जो कोरोना का जबरदस्त विस्फोट हुआ है, उसकी वजह नया वैरिएंट ही है। नया वैरिएंट पहले से अधिक फैलने वाला और जानलेवा है और इस कारण स्थिति काफी बिगड़ी है। उन्होंने कहा कि इस घातक वैरिएंट से बचने का एक ही तरीका है और वो है वैक्सीनेशन। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान से ही इस कोहरा के कहर पर लगाम लगाई जा सकती है। 

गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के भारतीय स्वरूप (बी-1617) को वैश्विक स्तर पर 'चिंताजनक स्वरूप' की श्रेणी में रखा है। कोरोना के भारतीय स्वरूप (बी-1617) काफी घातक गौरतलब है कि स्वामीनाथन से पहले डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल दल की मेंबर डॉ. मारिया वैन केरखोव ने भी सोमवार को कहा था कि इंडिया में सामने आया वायरस का स्वरूप बी.1.617 काफी घातक है, जिसे कि हमने 'चिंताजनक स्वरूप' के अंदर रखा है और हम इस पर शोध कर रहे हैं।