दंतेवाड़ा। शुक्रवार सुबह डीआरजी के जवाब सर्चिंग के पर निकले थे कि रास्ते में उन्हें 2016 में नारायणपुर और दंतेवाड़ा पुलिस के संयुक्त आॅपरेशन में मारी गई 8 लाख रुपये की इनामी नक्सली सहिदा का स्मारक बना दिखा। जिसे डीआरजी के जवानो ने ग्रामीणों की मदद से ध्वस्त कर दिया। वह इंद्रावती एरिया कमेटी के बड़े नक्सली लीडरों में से एक थी। उसकी मौत के बाद नक्सलियों ने कुर्शिंगबहार में सहिदा का स्मारक बना दिया था।
इंद्रावती एरिया कमेटी के नक्सली अजय अलामी सहित अन्य नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना पर डीआरजी के जवान सर्चिंग पर निकले थे। इस दौरान जंगल में जवानों को आता देख नक्सली घने पेड़ों की आड़ लेकर भाग निकले। इसके बाद जवानों ने इलाके में सर्चिंग आपरेशन भी चलाया, हालांकि इस दौरान कोई नक्सली पकड़ में नहीं आया है। नक्सली अजय पर 8 लाख रुपए का इनाम है। सर्चिग करते हुए जवाब बारसूर क्षेत्र के कुर्शिंगबहार गांव पहुंची जहां पर बीच में ही सहिदा का स्मारक बना हुआ था। जवानों को इलाके में सर्चिंग करते हुए देख ग्रामीणों ने स्मारक के बारे में जानकारी दी, उन्होंने बताया कि सहिदा पर राज्य सरकार ने 8 रुपये का इनाम घोषित किया और 2016 में नारायणपुर और दंतेवाड़ा पुलिस के द्वारा चलाए गए संयुक्त आॅपरेशन में वह मारी गई थी। उसी की याद में नक्सलियो ने यहां पर उनके स्मारक का निर्माण किया था। इसके बाद जवानों के सहयोग से ग्रामीणों ने खुद स्मारक को ध्वस्त किया और कहा कि अंदरूनी इलाके के ग्रामीण भी अब माओवाद से मुक्ति चाहते हैं।