दाल को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है और आप 6 महीने के बेबी को भी दाल से बेबी फूड बनाकर खिला सकती हैं। यहां हम आपको दाल, बादाम और काजू के साथ कुछ हेल्दी मसालों से बने बेबी फूड की रेसिपी बता रहे हैं।
ये रेसिपी पोषक तत्वों से युक्त है और इसे बनाना भी बहुत आसान है। तो चलिए जानते हैं दाल से बने इस हेल्दी बेबी फूड की रेसिपी के बारे में।
किन चीजों की जरूरत है
इस बेबी फूड रेसिपी को बनाने के लिए आपको दाे चम्मच धुली मूंग दाल, एक सूती कपड़ा, चार बादाम, चार काजू, एक छोटा टुकड़ा दालचीनी का, एक चौथाई चम्मच घी, दो चम्मच आटा, एक चुटकी हींग, एक चुटकी नमक और हल्दी, एक चुटकी जीरा पाउडर चाहिए।
बेबी फूड बनाने का तरीका
दाल का एक कटोरी में डालकर अच्छी तरह से धो लीजिए।
दाल को एक साफ सूती कपड़े पर डालकर सुखा लें।
अब एक पैन को गैस पर रखें और उसमें दाल डालें।
दाल के बाद इसमें बादाम और काजू डाल दें।
फिर पैन में दालचीनी का टुकड़ा डालना है।
इन सभी चीजों को हल्का भूरा होने तक भूनें।
आगे के स्टेप्स
जैसे ही ये रोस्ट हो जाए तो गैस को बंद कर दें और इसे हल्का ठंडा होने दें।
ठंडा होने के बाद इसे ग्राइंडर में डालकर पीस लें।
अब पैन में एक चौथाई चम्मच घी डालें।
इसके बाद आटा डालना है और इसे हल्का भूरा होने तक चलाते रहें।
रोस्ट होने के बाद इसे पैन से बाहर निकालें और इसमें दाल का पाउडर डाल दें।
बेबी फूड कैसे बनाएं
इस मिश्रण में से एक या दो चम्मच पाउडर निकालें और उसमें थोड़ा-सा पानी डालकर पेस्ट बना लें।
फिर पैन को गैस पर रखें और उसमें थोड़ा-सा घी डालें।
घी गर्म होते ही उसमें एक चुटकी हींग डालनी है।
अब पैन में पेस्ट को डालें और इसमें और पानी डाल दें।
इसे तीन से चार मिनट तक पकाएं और लगातार चलाते रहें।
फिर एक चुटकी नमक और हल्दी डाल दें।
अगर बच्चा 10 महीने से छोटा है तो नमक न डालें।
इसके बाद आपको इसमें जीरा पाउडर और काली मिर्च डालना है।
इसे तीन से चार मिनट तक ढक कर धीमी आंच पर पकाएं।
गाढ़ा होने पर गैस को बंद कर दें और हल्का गर्म बेबी को खिलाएं।
मूंग दाल के फायदे
मूंग दाल से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे पाचन में सुधार आता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है।
पीली मूंग दाल आयरन और पोटैशियम से भरपूर होती है। इसमें मैग्नीशियम और कॉपर के साथ-साथ फाइबर, विटामिन बी6 और हाई क्वालिटी का प्रोटीन होता है।
मूंग दाल लो ग्लाइसेमिक इंडेक्ट फूड है इसलिए इससे बच्चे को टाइप 1 डायबिटीज से बचाया जा सकता है। मूंग दाल में आयरन होता है जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है। इससे बच्चों को एनीमिया से बचाया जा सकता है और शरीर के सभी अंगों तक ब्लड सर्कुलेशन भी होता है।