140 करोड़ जनता की जेब काट केंद्र बढ़ा रहा पेट्रोल-डीजल के दाम – सहाय

रायपुर
कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार ने कड़ी मेहनत करके 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकला था और जैसे ही नरेंद्र मोदी की सरकार आई उसने वापस 23 करोड़ लोगों को फिर से गरीबी रेखा के नीचे धकेल दिया। वहीं आज घेरलू गैस से लेकर 140 करोड़ जनता की जेब को काटते हुए आमजनों तक पहुंचाने के उपयोग में आने वाले पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार वृद्धि कर रहा है, जिससे वे परेशान तो हैं ही लेकिन मजबूरी के इनका उपयोग कर रहे हैं। उक्त बातें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने मंगलवार को राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने प्रजातंत्र की परिभाषा ही बदल दी। आज दिल्ली सहित दो शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रतिलीटर को पार कर गई है। 2014 में एक्साइज ड्यूटी में मोदी सरकार ने 42 रुपये प्रति लीटर कमाया है जिसमें अभी तक 247 प्रतिशत की पेट्रोल, 794 प्रतिशत डीजल में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है। अप्रैल 2014 से 2021 तक मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल में 25 लाख करोड़ रूपए कमाए है। इन सात सालों के कार्यकाल में कच्चे तेलों के दाम साल पर साल घटते गए और 140 करोड़ जनता की जेब काटकर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते गए। मोदी सरकार ने कोरोना के संकट काल में भी आम जनता को नहीं छोड़ा और आज पेट्रोल-डीजल के साथ ही घरेलू गैस के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी होने से आमजन परेशान होते जा रहे है। जिसका जवाब आने वाले लोकसभा चुनाव में आमजनता मोदी सरकार को जरुर देगी।

सहाय ने कहा कि कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने बड़ी मेहनत से 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला था, लेकिन वर्तमान सरकार ने उसकी सारी मेहनत पर पानी फेरते हुए 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी रेखा के नीचे धकेल दिया। अकेले अप्रैल और मई महीने में 2 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं। 97 प्रतिशत लोगों को आज कम वेतन मिल रहा है। नौकरी खोने और कम वेतन मिलने के चलते देशवासियों को रिटायरमेंट के लिए बचाकर रखे गए अपने पीएफ में से लगभग सवा लाख करोड़ निकालने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। पत्रकारवार्ता के दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष व कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी उपस्थित थे।