महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच ने कहा, ‘‘उन्होंने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि मुझे खेल विभाग का कर्मचारी होने के नाते विभाग के काम के लिए उनके पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या खेल विभाग में अन्य महिला अधिकारियों को भी इसी तरह की दुर्दशा एवं व्यवहार का सामना करना पड़ सकता है, महिला ने कहा, ‘‘ मुझे ऐसा कहा जा रहा है लेकिन यह लड़ाई मेरी है। ऐसी कई महिलाएं हैं, लेकिन शायद वे आगे आने से डरती हैं। लेकिन, मुझे यकीन है कि एक बार इस आदमी को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा तो वे सामने आएंगी।’’
विज ने कहा कि वह इस मामले में संदीप सिंह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात करेंगे।
हरियाणा के गृह मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैंने महिला कोच की बात सुनी। मैं मंत्री संदीप सिंह और मुख्यमंत्री से बात करूंगा। इस मामले में न्याय किया जाएगा । ’’
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी के अग्रवाल की ओर से शनिवार को जारी आदेश के मुताबिक हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री संदीप सिंह की ओर से एक शिकायत मिली है।
डीजीपी ने कहा, ‘‘इस संबंध में मंत्री पर लगे आरोप सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर भी प्रसारित हो रहे हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘समिति तुरंत विषय वस्तु की गहन जांच करेगी और जल्द से जल्द इस (डीजीपी के) कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।’’
चंडीगढ़ पुलिस ने एक महिला कोच की शिकायत पर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और बंधक बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, “हरियाणा की एक महिला कोच की शिकायत के आधार पर चंडीगढ़ के सेक्टर 26 थाने में दिनांक 31.12.2022 को भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354ए, 354बी, 342, 506 के तहत मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच जारी है।”
राज्य की एक जूनियर एथलेटिक्स कोच ने बृहस्पतिवार को मंत्री पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे और एक दिन बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
महिला ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था, “मैंने यहां एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) मैडम को शिकायत दी है। मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा और चंडीगढ़ पुलिस मेरी शिकायत पर जांच करेगी।”
उसने आरोप लगाया था कि संदीप सिंह ने पहले उसे एक जिम में देखा और फिर इंस्टाग्राम पर उससे संपर्क किया।
कोच ने दावा किया कि कुरुक्षेत्र के पिहोवा के विधायक सिंह मिलने की जिद करते रहे। “उन्होंने मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया और कहा कि मेरा राष्ट्रीय खेल प्रमाणपत्र लंबित है तथा इस संबंध में मिलना चाहते हैं।”
महिला ने कहा था, “दुर्भाग्य से, फेडरेशन ने मेरा प्रमाणपत्र खो दिया है और मैं इस संबंध में अधिकारियों से संपर्क में हूं।”
महिला की शिकायत के अनुसार वह कुछ दस्तावेजों के साथ संदीप सिंह के घर गई तो उन्होंने उससे छेड़छाड़ की।
शिकायत में आरोप लगाया गया है, “वह … मुझे अपने घर के पास एक कैबिन में ले गए … मेरे दस्तावेज एक मेज पर रख दिए और अपना हाथ मेरे पैर पर रख दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने मुझे पहली बार देखा तब से पसंद करने लगे… उन्होंने कहा तुम मुझे खुश रखो और मैं तुम्हें खुश रखूंगा।”
महिला ने आरोप लगाया, “मैंने उनका हाथ हटा दिया..उन्होंने मेरी टी-शर्ट भी फाड़ दी। मैं चीख- चीखकर मदद मांगने लगी। उनका पूरा स्टाफ वहां था, लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की।”
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संदीप सिंह पर लगे इन आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जबकि इंडियन नेशनल लोकदल ने मांग की है कि सरकार संदीप सिंह को तुरंत बर्खास्त करे और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन करे।
संदीप सिंह ने विधायक के रूप में अपनी नयी पारी तीन साल पहले शुरू की थी। दिग्गज ड्रैग-फ्लिकर को हॉकी के मैदान में ‘फ्लिकर सिंह’ के नाम से संबोधित किया जाता था। संदीप सिंह के जीवन पर 2018 में ‘सूरमा’ नामक एक फिल्म भी बनी थी। यह फिल्म संदीप सिंह के जीवन से जुड़ी एक प्रेरणादायक कहानी पर आधारित थी। संदीप सिंह 2006 में एक ट्रेन में एक आकस्मिक घटना में गोली लगने के बाद लकवाग्रस्त हो गए थे, लेकिन उन्होंने मजबूती के साथ मैदान पर वापसी की थी।
भाषा रवि कांत नरेश
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