भोपाल
कोरोना के संकट काल में वाल्मीकि समाज ने स्वयं की फिक्र किए बगैर समाज की सेवा की है। समाज जो कार्य कर रहा है वह कार्य अन्य समाज नहीं कर सकता है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा रविवार को दतिया की गहोई वाटिका में कोविड-19 में सेवायें देने वाले नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 44 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शॉल, श्रीफल एवं पुष्पहार से सम्मानित किया गया।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोविड काल के दौरान सफाई कर्मचारियों ने स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के साथ अपनी जान की परवाह किए बिना फ्रंट लाईन वर्कर के रूप में स्वयं की चिंता किए बगैर सेवा की हैं, इसके लिए सभी सम्मान के हकदार है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के विकास एवं उद्धार के सपने को साकार करने का कार्य हमारी सरकार काम रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुंभ मेले की शुरूआत भी वाल्मीकि समाज के लोगो के चरणों को धोकर शुरूआत की। उन्होंने बाल्मीकि समाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के लोग अत्यंत परम संतोषी होने के साथ कठोर परिश्रमी होते हैं। डॉ. मिश्रा ने सभी को आश्वस्त किया कि वे दतिया की जनता के साथ हर समय सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे।
कार्यक्रम में दिलीप वाल्मीकि ने डॉ. मिश्रा का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों से सफाई कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि हुई हैं। उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आयोजित सम्मान समारोह के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. आशाराम और प्रदीप अग्रवाल के साथ प्रशांत ढेंगुला, दीपू सोनी, गोविन्द ज्ञानानी, श्रीमती माला टिलवानी, सेवाराम शर्मा आदि उपस्थित थे।