सिंधिया, राणे, सोनोवाल, अनुराग समेत 14 ने ली कैबिनेट मंत्री की शपथ, ये बने राज्य मंत्री

 नई दिल्ली 
नरेंद्र मोदी कैबिनेट में फेरबदल का इंतजार खत्म हो गया है। कुल 43 नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह शुरू हो गया है। नारायण राणे और सर्बानंद सोनोवाल ने सबसे पहले कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत तमाम दिग्गज नेता मौजूद हैं। कैबिनेट विस्तार से पहले कुल 12 नेताओं के मंत्री परिषद से इस्तीफों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूर कर लिया है। इन नेताओं में रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल हैं। 

इसके अलावा श्रम और रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, रसायन एवं उरर्वक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप सारंगी शामिल हैं। इसके अलावा वन और पयार्वरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है। इससे पहले सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कनार्टक का राज्यपाल बनाये जाने की घोषणा के बाद त्यागपत्र दिया है। 
त्रिपुरा को केंद्र सरकार में मिला प्रतिनिधित्व, प्रतिमा भौमिक बनीं मंत्री
त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक ने राज्य मंत्री की शपथ ली है। वह त्रिपुरा पश्चिम सीट से सांसद हैं। वह अकसर खेती-किसानी करती नजर आती हैं।
भगवंत खुबा और कपिल मोरेश्वर पाटिल ने ली राज्य मंत्री की शपथ। दोनों को पहली बार मिली है केंद्र सरकार में एंट्री।
गुजरात के खेड़ा से सांसद देवुसिंह चौहान ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। गुजरात से 5 नेताओं को मंत्रिपरिषद में एंट्री दी गई है।
यूपी के बीएल वर्मा ने ली राज्य मंत्री की शपथ। सूबे के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के माने जाते हैं करीबी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के सांसद अजय कुुमार मिश्र ने भी ली शपथ।
नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने ली राज्य मंत्री की शपथ। पहली बार बने हैं सांसद। हरीश रावत जैसे दिग्गज कांग्रेस नेता को दी थी मात।
यूपी की मोहनलालगंज सीट से सांसद कौशल किशोर को भी राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई है। वह पासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। दलित समुदाय को रिझाने के लिहाज से उनकी एंट्री अहम मानी जा रही है।
झारखंड से अन्नपूर्णा देवी मोदी मंत्रिमंडल में बनीं मंत्री, कभी लालू यादव के करीबी नेताओं में होती थी गिनती।  उनके अलावा राज्य मंत्री के तौर पर ए. नारायणस्वामी ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद मीनाक्षी लेखी को राज्य मंत्री के तौर पर मोदी सरकार में एंट्री दी गई है।
सूरत की सांसद दर्शना जरदोश ने ली राज्य मंत्री के तौर पर शपथ। गुजरात के पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मांडविया बनाए गए हैं कैबिनेट मंत्री। वह सूरत से पार्षद भी रही हैं।
यूपी की जालौन लोकसभा सीट से सांसद भानुप्रताप वर्मा ने ली राज्य मंत्री की शपथ।
राजीव चंद्रशेखर, शोभा करंदजे ने ली राज्यमंत्री की शपथ। दोनों पहली बार केंद्र सरकार का हिस्सा बन रहे हैं।
यूपी से अब तक अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी और एसपी सिंह बघेल ने ली राज्य मंत्री की शपथ।
आगरा से लोकसभा सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। वह 5वीं बार सांसद चुने गए हैं। 
अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राज्य मंत्री थीं। वह दूसरी बार यूपी की मिर्जापुर लोकसभा सीट से सांसद बनी हैं।
 
यूपी के महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्य के 7 सांसदों को किया जा रहा मंत्री परिषद में शामिल। अब तक 14 कैबिनेट मंत्रियों ने ली है शपथ।
 जी. किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। दोनों नेताओं का प्रमोशन हुआ है। अब तक वे राज्य मंत्री के तौर पर काम कर रहे थे।
 गुजरात से आने वाले पुरुषोत्तम रूपाला ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। गुजरात में अगले साल ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।
 बीजेपी का बड़ा चेहरा माने जाने वाले भूपेंद्र यादव ने ली कैबिनेट मंत्री की शपथ। पहली बार उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया है। वह राजस्थान से आते हैं और फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं। बीजेपी में भी वह महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात से आने वाले मनसुख मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। गुजरात से कुल 5 सांसदों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।

हरदीप सिंह पुरी ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। वह 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी रहे हैं। उन्हें भी प्रमोशन मिला है, जिसकी संभावना पहले से ही जताई जाती रही है।
आरके सिंह ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है। अब तक वह मोदी सरकार में ऊर्जा राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार रहे हैं। नौकरशाही का लंबा अनुभव होने के चलते