समिति प्रबंधक और सेल्समैनो पर एफआईआर के बाद नहीं हुई कोई गिरफ्तार

छतरपुर

 

जिले में गेंहू खरीदी केन्द्रों पर हुई गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर कलेक्टर के निर्देश के बाद छतरपुर जिले के 145 केन्द्रों में से लगभग एक दर्जन समिति प्रबंधक एवं सेल्समैनों के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही की गई। परंतु आज दिनांक तक किसी समिति प्रबंधक और सेल्समैन को गिरफ्तार नहीं किया है। गेंहू खरीदी केन्प्द्रों पर व्यापारियों का घुना गेंहू और समिति प्रबंधकों के द्वारा किसानों का खुलकर शोषण किया गया। जिसकी शिकायतें समय समय पर किसानों द्वारा कलेक्टर एवं एसडीएम के पास की गई। उसके बावजूद भी इनपर केवल मात्र एफआईआर किए जाने की प्रेस नोट सामने आई। आज दिनांक तक किसी भी समिति प्रबंधक एवं सेल्समैन के खिलाफ पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

 

हजारों क्विंटल गेंहू व्यापारियों का घुना रातों रात वेयर हाउसों में जमा करा दिया गया लेकिन किसी को भनक नहीं लगी। इक्का दुक्का जगह जरूर राजस्व अधिकारियों ने घुना गेंहू बरामद किया और उसकी एफआईआर भी कराई लेकिन पुलिस के द्वारा जिन पर एफआईआर हुई है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है

कलेक्टर के द्वारा लगातार एफआईआर करने की धमकी दिए जाने से समिति प्रबंधक और सेल्समैनों ने मिलकर औरधांधली कर डाली। यह पहला अवसर पर जब छतरपुर जिले में लक्ष्य से ज्यादा खरीदी की गई हो और वेमौसम बारिश होने के बाद भी घटिया किस्म का गेंहू खरीदा गया हो और गोदामों में पहुंचा दिया गया हो जिले का पूरा अमला इस खरीदी केन्द्र पर झोंक दिया गया थ्ज्ञा उसके बावजूद भी समिति प्रबंधक और सेल्समैनों के द्वारा नियमों को ताक में रखकर खरीदी कर ली गई। समिति के प्रबंधकों को नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा गेंहू खरीदी का कमीशन के अलावा परिवहन का भी पैसा दिया गया है। उसके बावजूद भी जिले में गेंहू खरीदी केन्द्रों पर भर्राशाही का आलम देखा गया। कुल मिलाकर छतरपुर जिले में कलेक्टर के निर्देश के बाद भी समिति प्रबंधकों न खुलकर मनमानी की और शासन के आदेशों को ताक में रखकर सड़ा गला गेंहू खरीदकर रातों रात गोदामों में भेज दिया। जो आने वाले समय में वेयर हाउसों में सड़ेगा और बदबू मारेगा।